हिसार,
मुस्लिम कल्याण कमेटी देहाती एवं शहरी हिसार के तत्वावधान में ईद-उल-फितर की नमाज क्रांतिमान पार्क मे अता की गई। ईद-उल-फितर की नमाज मौलाना जमशेद अहमद ने अता करवाई। इस मौके पर मौलाना जमशेद अहमद ने बताया कि ईद का त्यौहार रमजान के पाक महीने बाद आता है रमजान के महीने में मुस्लिम समाज के लोग पुरा महीना रोजा(वृत)रखते हैं और कुरान पाक की सारी सारी रात तिलावत करते है तथा तराहवी पढ़ते है। उन्होंने बताया कि रमजान का महीना बरकतो का महीना है। रमजान का महीना खत्म होते ही चांद दिखाई देने के अगले दिन ईद होती है। इसे मिठ्ठी ईद भी कहते है। ईद की नमाज से पहले लोग फित्रा वजकात देते है। फित्रा हर मुस्लिम पर फर्ज है।
इस मौकै पर कमेटी के प्रधान होशियार खान ने कहा कि ईद का त्यौहार भाईचारे ओर प्रेम प्यार, टूटे रिश्तों को जोडऩे और मानवता का पालन करने की शिक्षा देता है। उन्होंने कहा कि ईद का त्यौहार अल्लाह के प्रति वफादार बनाता है व एकता के साथ रहने की प्ररेणा देता है। नमाज के बाद मुस्लिम समाज ने देश में अमन चैन, देश की तरक्की के रास्ते पर आगे बढऩे और हम सब मिलकर प्यार मोहब्बत से रहे को लेकर अल्लाह से दुआ मांगी। इस दौरान दूसरे समुदायों के लोगों ने मुस्लिम भाईयों को ईद की मुबारिकबाद दी।
इस मौके पर मुस्लिम समाज के गणमान्य हाजी अफजल खान, कै. रफीक खान, दीवान अली, डा. सलीम सिद्धकी, बरकत खान,पीर बख्श, मुन्ना अली, गुलाम नबी, हाजी शोभा नेहरु, हाजी राज हसीना, डा. गुलाबदीन,नसीब खान, रफीक खान, जुलफिकार, डा.परवेज,इसहाक कुरैशी, डा.अनवर व हाफिज अब्बास सहित मुस्लिम समाज के अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
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