हिसार

‘सुपराकोर लेसिक’ एचडी विजन तकनीक से सभी आयुवर्ग के लोगों को मिल सकेगी चश्मों से आजादी

हिसार,
आईक्यू सुपर स्पेशलिटी आई हॉस्पिटल्स, हिसार ने हिसार में सुपराकोर लेसिक एचडी लेजर सिस्टम की शुरुआत की है, जिसके साथ ही आईक्यू अस्पताल क्षेत्र में आंखों के लेसिक उपचार की सबसे उन्नत तकनीक लाने वाली नेत्र देखभाल की पहली शृंखला बन गया है। इस अवसर पर अस्पताल जनता के लिए लेसिक उपचार के 7500 रुपयों से शुरू होने वाले किफायती पैकेज भी उपलब्ध करवा रहा है। साथ ही यहां लेसिक ट्रीटमेंट लेने वालों को 2500 रुपये के चश्में भी नि:शुल्क उपलब्ध करवायेगा। ये ऑफर केवल 30 जून तक उपलब्ध हैं।
सुपराकोर, प्रेसबीयोपिया (पास की कमजोर नजर की समस्या) की लेसिक आधारित उपचार की तकनीक है। यह एक अद्वितीय व चिकित्सीय रूप से साबित की हुई लेजर प्रक्रिया है, जो आपकी दूर की नजर को बनाये रखते हुए आपको पास की वस्तुओं को फिर से देखने में सक्षम करती है। ये प्रक्रिया एक या दोनों आंखों की निकट, निकटतम या दूर सभी प्रकार की कमजोर नजरों को ठीक करने का इलाज करती है। अब इस तकनीक से किसी भी उम्र का व्यक्ति अपनी आंखों के चश्में उतरवा सकता है।
इसके अलावा, यह तकनीक युवाओं में दूर की नजर का इलाज करने वाले चश्मे को हटाने के लिए ज़ायपोटिक्स एचडी (हाई डेफिनेशन) का उपयोग करती है। यह व्यक्तिगत एचडी प्रक्रिया है, जो निचले और उच्चतर क्रम के विचलन को ध्यान में रखती है और सटीक उपचार प्रदान करती है। यह प्रक्रिया आज लेजर दृष्टि सुधार का सबसे उन्नत रूप है। इसके अलावा इस केन्द्र में आईलेसिक ब्लेडलेस फैमेटोसेकेंड लेजर तकनीक भी उपलब्ध है जो सबसे उन्नत ब्लेड रहित दृष्टि सुधार प्रक्रिया संभव बनाती है। आई-क्यू ने हमेशा लोगों को चश्मा से छुटकारा पाने के लिए दृष्टि सुधार के लिए एक तेज, सुरक्षित और प्रभावी विकल्प दिया है और अब हिसार में अत्यधिक उन्नत सुपराकोर एचडी लेजर प्रणाली हिसार स्थानीय लोगों को और पूरे हरियाणा की जनता को इस केन्द्र का सबसे अच्छा उपयोग करने में सक्षम करेगी।
आईक्यू अस्पताल के वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. राजन अग्रवाल ने इस अवसर पर टिप्पणी करते हुए कहा, कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उन्नति से चिकित्सा देखभाल के कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण लाभ हुए हैं, जिसमें नेत्र रोगों के उपचार भी शामिल हैं। हिसार में उच्च विकसित चिकित्सा प्रौद्योगिकियों की आवश्यकता है। आंखों के रोगों में रिफरेक्टिव इंडेक्स एरर की समस्या लोगों द्वारा सामना किए जाने वाली सबसे आम समस्याओं में से एक है। सुपराकोर एचडी जैसी उन्नत प्रौद्योगिकियां अधिक से अधिक लोगों को आगे आने और लेसिक उपचार से गुजरने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। साथ ही दृष्टि विकार दूर करने के सर्वोच्च परिणाम प्रदान करेंगी। उन्होंने कहा कि आईक्यू नेत्र विज्ञान में सबसे उन्नत तकनीक प्राप्त करने में हमेशा अग्रणी रहा है, जिसके फलस्वरूप उसे वांछनीय चिकित्सीय परिणाम और रोगियों की संतुष्टि प्राप्त हुई है। अस्पताल की प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए उन्नत सुपराकोर एचडी लेजर सिस्टम की शुरूआत सकारात्मक दिशा में एक कदम है। इस पहल से, वह हरियाणा में मरीजों की उम्मीदों से भी अधिक सुविधा और सेवा प्रदान कर पायेंगे।
अस्पताल के वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. आयूष सिंगल ने कहा कि चाहे पास पढऩा या दूर का देखना, युवाओं की स्वस्थ आखें लेंस के आकार को बदलकर तेज चित्र प्रदान करती हैं। उम्र बढऩे के साथ आंख का लेंस अधिक कठोर हो जाता है और उसका लचीलापन कम हो जाता है। नतीजतन, 40 वर्ष और उसके बाद के अधिकांश लोगों के लिए नजदीकी दूरी पर या कम रोशनी में पढऩा मुश्किल हो जाता है। यह तकनीक उन सभी लोगों के लिए वरदान साबित होगी। उन्होंने कहा कि सुपरा कोर एचडी लेजर सिस्टम की शुरुआत के साथ ही आईक्यू ने भारत की वर्तमान नेत्र देखभाल क्षेत्र में एक ऊंची छलांग लगायी है और इस क्षेत्र में सभी उम्र के लोगों को नेत्र चिकित्सा की व्यापक सुविधाएं प्रदान कर रहा है।

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