गुजविप्रौवि ने बनाई विश्व स्तर पर पहचान
हिसार
गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार अब राष्ट्रीय स्तर के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाने में कामयाब रही है। विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय स्तर पर वर्ल्डस मोस्ट सस्टेनेबल यूआई ग्रीनमीट्रीक वर्ल्ड युनिवर्सिटी रेंकिंग में छठा तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर 321वां स्थान प्राप्त हुआ है। इस रेंकिंग की घोषणा युनिवर्सिटास इण्डोनेशिया ने तीन दिसम्बर को जर्काता इडोनेशिया ने की।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार एवं कुलसचिव डा. अनिल कुमार पुंडीर ने इस उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय परिवार को बधाई दी है। कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय की पहचान वैश्विक ही होनी चाहिए। भारत में शिक्षा की अति समृद्ध व्यवस्था रही है। नालंदा व तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय इस देश की धरोहर रहे हैं। वे विश्वविद्यालय को विश्व स्तर पर और ऊंचे स्थान पर देखना चाहते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि विश्वविद्यालय लगातार इन ऊंचाइयों को छूता रहेगा।
इस रेंकिंग की घोषणा छह सत्यापित श्रेणियों की आधार पर की गई है, जिसमें सेटिंग एंण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर (एसआई), एनर्जी एण्ड कलाईमेट चेंज (ईसी), वेस्ट (डब्ल्यूएस), वाटर (डब्ल्यूआर), ट्रांस्पोर्टेशन (टीआर) एवं एजुकेशन (ईडी) शामिल है, जिसमें विश्व स्तर पर विश्वविद्यालय ने 82 एसआई, 439 ईसी, 424 डब्ल्यूएस, 214 डब्ल्यूआर, 157 टीआर एवं 636 ईडी रेंकिंग हासिल की है। इस ग्रीन मीट्रिक वर्ल्ड रेंकिंग के लिए प्रतिष्ठित आईआईटीज, आईआईएमस, एनआईटीज एवं कई अन्य विश्वविद्यालयों ने भाग लिया। गुजविप्रौवि ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 321वीं रेंकिंग हासिल करके सस्टेनिबिलिटी मानकों पर विश्व स्तर पर अपनी एक अहम पहचान बनाने में सफलता हासिल की है।
यूआई ग्रीन मेट्रिक वर्ल्ड युनिवर्सिटी रेंकिंग सस्टेनिबलिटी रेकिंग पर एक वार्षिक प्रकाशन होता है। यह युनिवर्सिटास इण्डोनेशिया का प्रयास है जो कि विश्व के विश्वविद्यालयों को सस्टेनिबिलिटी के प्रति प्रतिबद्धता एवं अन्य अनुकूल कार्यों के लिए रेकिंग प्रदान करता है। युआई ग्रीनमीट्रिक वर्ल्ड युनिवर्सिटी रेंकिंग सस्टेनिबिलिटी रेकिंग का उद्देश्य विश्वविद्यालयों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सस्टेनिबिलिटी को बढ़ाना है।
विश्वविद्यालय के इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सैल के प्रो. आशीष अग्रवाल ने बताया कि यूआई ग्रीन मेट्रिक वर्ल्ड युनिवर्सिटी रेंकिंग विश्व की पहली एवं एकमात्र ऐसी रेकिंग है जो कि प्रत्येक प्रतिभागी विश्वविद्यालय की पर्यावरण के अनुकूल प्रतिबद्धता को अन्तर्राष्ट्रीय मापदण्डों पर परखता है। इस वर्ष दुनिया के 85 देशों के 780 विश्वविद्यालयों ने इस रेंकिंग में भाग लिया था। इस रेंकिंग के लिए विश्व के विकसित देशों यूके, यूएसए, जर्मनी, जापान, इटली, स्पेन, चीन, ब्राजील, कनाडा के शैक्षणिक संस्थानों ने भाग लिया।