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3 मार्च 2020: निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए तारीख मुकर्रर

नई दिल्ली,
पटियाला हाउस कोर्ट ने सोमवार को लगभग एक घंटे तक चली सुनवाई के बाद निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए 3 मार्च की तारीख मुकर्रर की। नए डेथ वारंट के अनुसार 3 मार्च की सुबह 6 बजे निर्भया के गुनहगारों को फांसी दी जाएगी।
इससे पहले ठीक 2 बजे शुरू हुई सुनवाई के दौरान सरकारी वकील ने कहा कि 3 दोषियों अक्षय, विनय और मुकेश की दया याचिका खारिज हो चुकी है। एक दोषी पवन की ओर से इस मामले में दया याचिका और क्यूरेटिव पिटिशन दाखिल होनी बाकी है। सरकारी वकील ने कहा कि हाइकोर्ट की तरफ से दी गई एक सप्ताह की मियाद भी 11 फरवरी को समाप्त हो चुकी है। उन्होंने दलील दी कि फिलहाल किसी भी दोषी की कोई भी याचिका किसी भी कोर्ट में लंबित नहीं है, इसलिए नया डेथ वारंट जारी किया जा सकता है।

एपी सिंह ने कहा- विनय ने छोड़ दिया है खाना-पीना
सरकारी वकील की दलील के बाद दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा कि विनय की मानसिक हालत ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि उसकी हालत इतनी खराब है कि उसने 11 फरवरी से खाना-पीना भी छोड़ दिया है। एपी सिंह ने कोर्ट को बताया कि आज विनय की मां जेल में उससे मिलने गई थी, विनय के पूरे सर पर पट्टियां बढ़ी हुई थी। यह गंभीर मामला है। उन्होंने कोर्ट से विनय की मेडिकल रिपोर्ट मंगवाने की मांग की और कहा कि उसके सिर में भी काफी चोट आई है। जेल सुपरिटेंडेंट से रिपोर्ट मंगाते हुए जेल मैनुअल का ध्यान रखने को कहा जाना चाहिए।

फिर से दया याचिका लगाना चाहता है अक्षय
दोषियों के वकील एपी सिंह ने कोर्ट को बताया कि हम अक्षय की दया याचिका लगाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ दस्तावेज लगाए जाने बाकी रह गए थे। अक्षय के माता-पिता ने दया याचिका आधी-अधूरी लगाई थी। एपी सिंह ने कहा कि अगर कोर्ट हमें परमिशन दे, तो हम आज अक्षय का हस्ताक्षर कराकर राष्ट्रपति के पास दया याचिका लगा देंगे। वहीं पवन के वकील रवि काजी ने कोर्ट को बताया कि वह भी क्यूरेटिव और दया याचिका लगाना चाहते हैं।
उन्होंने पवन से आज ही जेल में मुलाकात का हवाला देते हुए कहा कि उसने दया याचिका और क्यूरेटिव पिटिशन दाखिल करने की इच्छा जताई है। वहीं वृंदा ग्रोवर ने कोर्ट को बताया कि मुकेश ने अब उनसे कानूनी मदद नहीं लेने की इच्छा जताई है, इसलिए उन्हें इस केस से मुक्त किया जाए। कोर्ट ने ग्रोवर की मांग मान ली।

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Jeewan Aadhar Editor Desk

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