‘खुब किया प्रभु तुमने ये सामाजिक न्याय, कुता गाड़ी में फिरे, भूखी मरती गायÓ
हिसार,
बज्म-ए- अदब की मासिक काव्य गोष्ठी बलजीत सिंह बेनाम की अध्यक्षता में स्थानीय टाऊन पार्क में आयोजित की गई। गोष्ठी में मंच संचालन जयभगवान लाडवाल ने किया। इस दौरान बतौर मुख्यातिथि हेमंत सोनी मौजूद रहे।
काव्य गोष्ठी में जयभगवान लाडवाल ने सुनाया- खुब किया प्रभु तुमने ये सामाजिक न्याय, कुता गाड़ी में फिरे, भूखी मरती गाय।
ऋषि सक्सेना ने सुनाया- तेरे इश्क की खुशबू आज भी बरकरार है, तकिया समेट लेता हूॅं याद में तेरी हर बार।
बलजीत बेनाम ने सुनाया- कत्ल करने का नहीं मकसद कोई, शौकिया नाखून हैं उनके बढ़ाए हुए। हेमंत सोनी ने सुनाया-शरीर जवां रखने की दवा मेरे पास नहीं, दिल जवां रखना है तो दर्दे दिल लीजिए। दीपक कुमार ने सुनाया- पत्थर की मूर्ति को लगाते हैं छप्पन भोग, दो वक्त की रोटी के लिए मर जाते हैं लोग। सौरभ ठकराल ने सुनाया- अपनो के बीच बात कहना भी सजा मानते हैं लोग, खुद की परछाई को भी बेवफा मानते हैं लोग।
काव्य गोष्ठी में मा. कृष्ण इंदौरा, जय सिंह रावत, भीम सिंह हुड्डा, वीरेंद्र कौशल, चिराग आदि ने भी काव्य पाठ किया।