हिसार,
किसान सभा, हरियाणा ने लगातार वर्षा, ओलावृष्टि, जलभराव, तेज तूफान व कोरोना के कारण प्रदेश भर में लॉकडाउन के चलते समय पर कटाई नहीं होने के कारण किसानों को कम से कम 30 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए। सभा की ओर से मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लिखे गए पत्र में राज्य सचिव दयानंद पूनिया ने कहा कि हरियाणा में फरवरी महीने से लेकर आज तक लगातार ओलावृष्टि, तेज वर्षा, तूफान व जलभराव के कारण किसानों की खड़ी व पकी फसलें पूरी तोर पर खराब हो चुकी हैं। हरियाणा सरकार ने अभी तक कहीं भी स्पेशल गिरदावरी के आदेश नहीं दिये हैं और जिन गांवों में स्पेशल गिरदावरी के आदेश दिए थे, वहां भी गिरदावरी नहीं हुई है। आज काफी इलाकों में तेज वर्षा व तूफान के कारण फसलों को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है।
किसान नेता दयानंद पूनिया ने मांग की है कि सभी किसानों को तुरन्त 30 हजार रुपये मुआवजा दिया जाये। कोरोना की वजह से किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है क्योंकि फसलें पककर तैयार हैं। बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर काम पर आता था, वो नहीं आ पा रहा है जिसके कारण किसानों को फसल कटाई में काफी दिक्कत आ रही है और एक एकड़ पर 1000 रुपये फालतू लग रहे हैं। प्रधानमंत्री ने जो पैकेज दिया है उसमें किसानों को कुछ नहीं दिया बल्कि पहले से घोषित 2000 रुपये की किस्त देने को कहा है जोकि किसानों के साथ नाइंसाफी है। सभा ने मांग की है कि सभी किसानों के खातों में 10 हजार हजार रुपये महीना डाला जाये।