फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
नाम प्रदीप कुमार… SDM का गनमैन..कबड्डी का खिलाड़ी और काम युवाओं की रगों मेंं नशा घोलना। जी हां, हम बात कर रहे है एक ऐसे तस्कर की जो पुलिस की वर्दी में अपने ही स्टाफ की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास कर समाज में नशे को बढ़ाने की फिराक में था। लेकिन उसके मंसूबे फतेहाबाद जिले की मुस्तैद पुलिस ने पूरे नहीं होने दिए।
मामले के मुताबिक, सीआईए पुलिस की टीम ने नाकेबंदी के दौरान गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए कार सवार तीन युवकों को 900 ग्राम हेरोइन, अवैध पिस्तौल व 55 जिंदा कारतूस सहित काबू किया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ एनडीपीसी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों की पहचान टोहाना निवासी सौरभ, गाजियाबाद पुलिस के दो कर्मचारियों प्रदीप व विजय के रूप में हुई है। पुलिस कर्मचारियों में से प्रदीप उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ जिले के कौल कस्बे के एसडीएम का गनमैन है और गिरफ्तारी के दौरान उसकी सरकारी कार्बाइन भी उसके साथ थी।
टोहाना डीएसपी उमेद सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि सीआईए प्रभारी विनोद कुमार को सूचना मिली थी कि डांगरा रोड पर हेरोइन की तस्करी होने वाली है जिसके बाद उनकी टीम ने नाकेबंदी कर वाहनों की जांच शुरू कर दी। इस दौरान एक स्विफ्ट गाड़ी को रोका गया जिसमें प्रदीप, विजय और सौरभ सवार थे। प्रदीप व विजय दोनों यूपी पुलिस की वर्दी में थे। पुलिस ने जब उनकी तलाशी ली तो उनके कब्जे से 900 ग्राम हेरोइन बरामद हुई । इसके अलावा सौरभ से एक अवैध पिस्तौल और 55 जिंदा कारतूस भी बरामद हुई ।
डीएसपी उमेद सिंह ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो ये हेरोइन दिल्ली में एक नाइजीरियन से लेकर आए थे और टोहाना में बेचने वाले थे। उन्होंने बताया कि प्रदीप मूल रूप से टोहाना का ही रहने वाला है और कबड्डी खिलाड़ी होने के चलते उसे यूपी पुलिस में मौका मिल गया। जिसके बाद वो कई जगह तैनात रहने के बाद हाल में कौल एसडीएम के गनमैन के रूप में तैनात था। उसकी कबड्डी अकादमी में ही सौरभ दौड़ लगाने आता था जिसके चलते दोनों में दोस्ती हो गई। प्रदीप के मार्फत ही विजय और सौरभ भी आपस में जुड़े । डीएसपी ने बताया कि तीनों आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा।