जालंधर,
कोरोना संकट में पंजाब से एक अच्छी खब़र आ रही है। कोरोना संकट से उभरने के लिए पंजाब सरकार द्वारा जगह—जगह पुलिस नाके लगाने और दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की चैकिंग करने से सूबे में नशे की चेन टूटती नजर आने लगी है। लॉकडाउन के दौरान नशा न मिलने से एक ही माह में 60 हजार से ज्यादा युवक नशे की छटपटाहट में जिंदगी बचाने के लिए सरकारी नशामुक्ति केंद्रों में पहुंच गए।
स्वास्थ्य विभाग में पिछले एक ही महीने में 60 हजार से ज्यादा नशे से पीड़ित मरीज पंजीकृत हुए थे, जबकि अब ऐसे लोगों की संख्या अब 1 लाख के करीब पहुंच गई है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि राज्य में कोविड -19 के फैलाव को काबू करने के लिए लगाए गए कर्फ्यू के दौरान सराकर को नशा-पीड़ितों का इलाज करवाने के लिए चलाई गई मुहिम को बड़े स्तर पर सफलता हासिल हुई है। मरीजों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते ओट क्लिनिकों के खुलने का समय सुबह 8 बजे कर दिया गया है।