गुरदासपुर,
एक डांसर ने हेरोइन जैसे नशे को अलविदा कहा दिया और अपने जीवन को नशामुक्ति अभियान में लगाने का संकल्प लिया है। दरअसल, कोरोना संकट में जब डांसर को नशा मिलना बंद हुआ तो उसकी तकदीर उसे रैडक्रास के नशामुक्ति केंद्र में ले आई। वह अब अपने वास्तविक जीवन में लौट आई है। इस युवती ने एक दिल को दहला देने वाला खुलासा किया कि कैसे उसकी सहेली ने अपनी नशे की लत को पूरा करने के लिए अपनी पांच साल की बच्ची को महज पांच हजार रुपए में बेच डाला।
मीडिया को दिए एक बयान में इस युवती ने बताया कि वह दो साल से नशे की खतरनाक जद में थी। करीब एक साल से वह हेरोइन का नशा कर रही थी। नशे की लत को पूरा करने के लिए उसने चार-पांच लाख रुपए फूंक डाले। रैडक्रास के नशामुक्ति केंद्र ने इस युवती को महज 9 दिनों के इलाज के बाद ही नशे से छुटकारा दिला दिया।
रैडक्रास सोसाइटी के अस्पताल में आने से पहले इस युवती के मन में संशय था कि जब वह नशे के लिए छटपटाएगी तो न जाने उसके साथ क्या सलूक किया जाएगा, लेकिन युवती का कहना है कि इलाज के 9 दिनों के दौरान उसके साथ ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और वह अब बिल्कुल ठीक है। अपने संदेश में डांसर ने पंजाब के युवाओं से कहा कि वे नशे की गर्त से बाहर निकलने का प्रयास करें। वह कहती हैं कि नशे में बर्बादी के सिवाए कुछ भी नहीं है।