सरकार की ढिलाई से गांवों में पसर रहा नशे क़ा अवैध कारोबार, लोगों में कोरोना से लड़ने की नही बचेगी इम्युनिटी
हिसार,
प्रदेश में बढ़ते नशे के अवैध कारोबार पर बसपा ने चिंता व्यक्त की है। नलवा विधानसभा से चुनाव लड़ चुके एडवोकेट बजरंग इन्दल ने इसे सरकार की ढिलाई का नतीजा बताते हुए कहा कि जिन प्रदेशों में बीजेपी की सरकारें रही है वहां अवैध नशे के कारोबार का बोलबाला रहा है। बीजेपी सरकार खुद ऐसी नीतियां बना रही है जिससे युवा वर्ग नशे की चपेट में आ रहा है।कोरोना कोविड की वजह से उपजे भयावह हालातों में नशे पर पूर्ण प्रतिबन्ध होना बहुत जरूरी है। अन्यथा नशे के चलते कोरोना कोविड से लड़ने की जरूरी इम्यूनिटी लोगों में नही बचेगी। यदि ऐसा नही हुआ तो प्रदेश अब पंजाब की तर्ज पर अब ‘उड़ता हरियाणा’ बन जाएगा क्योंकि सरकार के रसूखदार लोग भी नशे के धंधे में संलिप्त है और कुछ लोग पकड़े भी जा रहे है जो बहुत चिन्ताजक है। बजरंग इंदल ने कहा कि गांव में आजकल हथकडी शराब आम बात होती जा रही है। मेट्रो सिटी में मिलने वाला अलग-अलग तरह का नशा जिसमें चिट्टा, गांजा, अफीम स्मैक, हेरोइन आदि हरियाणा में भी आसानी से पहुंच रहा है। पुलिस की धरपकड़ सीमित व अपर्याप्त है। बसपा नेता ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर व गृह मंत्री अनिल विज को नशे का समूल नाश करने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए। अवैध नशे के ठेकेदारों को जल्द सलाखों के पीछे देने से नशे का कारोबार खत्म होगा। दूध-दही के हरियाणा में हर तरह नशा प्रतिबंध किया जाना चाहिए। यदि ऐसा नही किया गया तो आने वाली पीढ़ियों को नशे के आदि होने से नही बचाया जा सकेगा। सरकार राजस्व बढ़ोतरी की जगह प्रदेश के सुनहरे भविष्य पर ध्यान दे। महंगाई, बेरोजगारी, अशिक्षा व भूखमरी के चलते प्रदेश अब दयनीय स्थिति में पहुंच चुका है। इसके लिए प्रदेश सरकार की नीतियां भी बहुत हद तक जिम्मेदार है।