अधिकारियों को फसलों को नुकसान से बचाने व अतिरिक्त जल की निकासी के संबंध में दिए विस्तृत निर्देश
हिसार,
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने आज जिला के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर बरसात के कारण हुए जलभराव की स्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को पानी निकासी के संबंध में आवश्यक हिदायतें देते हुए फसलों व ग्रामीणों को नुकसान न होने देने के लिए जरूरी कदम उठाने के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान हिसार एसडीएम राजेंद्र सिंह, हांसी एसडीएम डॉ. जितेंद्र सिंह, बरवाला एसडीएम राजेश कुमार व नारनौंद एसडीएम विकास यादव, सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता ओपी बिश्रोई व जसमेर सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी उनके साथ थे।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी सर्वप्रथम गांव सुलखनी पहुंची और यहां खेतों व गांव में भरे पानी का निरीक्षण किया। उन्होंने गांव में चल रहे ड्रेन खुदाई के कार्य का निरीक्षण किया और अधिकारियों को दिन-रात कार्य करवाकर कल तक यह कार्य पूरा करवाने के निर्देश दिए ताकि खेतों के अतिरिक्त पानी को राणा माइनर में डाला जा सके। अधिकारियों ने बताया कि ड्रेन निर्माण का कुछ हिस्सा शेष है जिसे जल्द पूरा कर दिया जाएगा। इसके पश्चात गांव व खेतों में अतिरिक्त पानी की समस्या नहीं रहेगी। उपायुक्त ने अधिकारियों को बरसात के पानी को भूमिगत करने के विकल्प तलाशने के भी निर्देश दिए ताकि जलस्तर को ऊंचा उठाया जा सके।
इस दौरान उपायुक्त ने ग्रामीणों व महिलाओं से भी मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने कहा कि फिलहाल कच्ची ड्रेन के माध्यम से पानी निकाला जा रहा है। जल्द ही इस ड्रेन को पक्का करवाकर पानी निकासी की समस्या का स्थाई समाधान कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन किसानों की फसलें अधिक पानी के कारण खराब हुई हैं उनकी गिरदावरी करवाकर उन्हें मुआवजा दिलवाया जाएगा। इस संबंध में उन्होंने एसडीएम व राजस्व विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इसके पश्चात उपायुक्त ने गांव घिराय में बालसमंद सब ब्रांच पर पानी निकासी के लिए लगाए गए पंप का निरीक्षण किया और यहां अतिरिक्त पंप लगवाने के निर्देश दिए ताकि पानी तेजी से निकाला जा सके। उपायुक्त ने राजली हैड व राजली गांव में भी खड़े पानी का निरीक्षण किया। ग्रामीणों ने कहा कि खेतों का पानी उतारने के लिए यहां ड्रेन खुदवाए जाने की आवश्यकता है। उपायुक्त ने सरपंच ओमप्रकाश बूरा से कहा कि ड्रेन अविलंब तैयार करवाई जाएगी लेकिन पहले ग्रामीणों की आपसी सहमति करवाई जाए। उन्होंने घिराय गांव में ड्रेन सफाई के कार्य का भी निरीक्षण किया। उपायुक्त ने गांव सिंधड़ में पानी निकास के कार्य का भी जायजा लिया और तेज गति से पानी निकासी करवाने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए। इसके उपरांत उपायुक्त उकलाना के गांव बिठमड़ा पहुंची और यहां खेतों व गांव में भरे बरसाती पानी का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को जल निकासी के उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही पानी को निकाल दिया जाएगा।
तत्पश्चात उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी नारनौंद पहुंची। यहां उन्होंने एसडीएम कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की और उपमंडल के उन गांवों की स्थिति की जानकारी ली जहां पानी खड़ा है। एसडीएम विकास यादव ने उपायुक्त को उपमंडल के गांवों में जल भराव की स्थिति के संबंध में अवगत करवाया। उपायुक्त ने सिंचाई विभाग के एक्सईएन संदीप माथुर से पानी निकासी के लिए लगाए गए पंप सेटों की संख्या के संबंध में पूछा। एक्सईएन माथुर ने उन्हें बताया कि उपमंडल के गांवों में लगभग 20 पंप सेट लगाए गए हैं। उपायुक्त ने इनकी संख्या को दोगुना करने के निर्देश दिए ताकि पानी को आधे समय में उतारा जा सके। उन्होंने कहा कि यदि उपकरणों की कमी पड़ती है तो मैकेनिकल डिविजन की मदद ली जाए।
उपायुक्त ने नारनौंद उपमंडल के गांव खांडा खेड़ी, उगालन मोड, पुट्ठी, समैण, मदनहेड़ी व सिंघवा खास सहित हांसी के भी कई गांवों में जल भराव की स्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान हर गांव में वहां के सरपंच व ग्रामीणों से भी मुलाकात की और जलभराव से हुए नुकसान आदि के बारे में पूछा। उपायुक्त ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि खेतों व गांवों में भरे पानी को यथाशीघ्र निकलवाया जाएगा और ग्रामीणों का किसी प्रकार का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने गांवों में आवश्यकता अनुसार पंप सेट व पाइप सहित अन्य उपकरण भिजवाने के संबंध में सिंचाई विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस दौरान एक्सईएन रमेश कुमार, संदीप माथुर व धूप सिंह, डीआईपीआरओ सुरेंद्र सैनी, बीडीपीओ मनोज कुमार, एसडीओ धीरज कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।