हिसार

युवती भगाने के आरोपी की संदिग्ध मौत, अग्रोहा पुलिस पर लगे आरोप

अग्रोहा,
अग्रोहा थाना पुलिस की हिरासत में 6 अगस्त को तबीयत बिगड़ने के बाद से मेडिकल काॅलेज में उपचाराधीन मय्यड़ गांव के 21 वर्षीय अमित ने रविवार को दम ताेड़ दिया। इस घटना से गुस्साए मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम न करवाने और शव लेने से इनकार कर दिया। मृतक के चाचा रामनिवास का कहना है कि आरोपी पुलिस कर्मियों सहित लड़की के मामा व ताऊ के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट व हत्या का केस दर्ज कर निष्पक्ष जांच की जाए।

पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद व एक सदस्य को नौकरी मिले। मय्यड़ स्थित बैंक के पास धरना शुरू कर दिया। इस मौके पर डीएसपी, एसएचओ, तहसीलदार इत्यादि अधिकारी पहुंचे। डीएसपी हेडक्वार्टर अशोक कुमार ने धरने पर परिजनों व ग्रामीणों को समझाया। पर, मांगें पूरा होने से पहले ग्रामीणों ने धरना न उठाने की बात कही। ऐसे में अधिकारी बैरंग लौट गए।

क्या था मामला
अग्रोहा थाना पुलिस ने 6 अगस्त को अग्रोहा के एक गांव में रहने वाली महिला की शिकायत पर एक लड़की के गुमशुदगी का केस दर्ज किया था। उसने बताया था कि जींद के एक गांव की 16 साल की दोहती मेरे पास रहती थी। वह 5 अगस्त की देर रात 1 बजे घर से चली गई। उसे तलाश किया लेकिन पता नहीं चला। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए पता लगाया कि लड़की मय्यड़ गांव के रहने वाले अमित के घर है। पुलिस टीम ने मय्यड़ में अमित घर दबिश देकर उसे पकड़कर लड़की को बरामद कर लिया था। लड़की का मामा व ताऊ भी साथ आया था।

पुलिस अमित को हिरासत में लेकर अग्रोहा थाना में लेकर गई थी। मृतक के चाचा रामनिवास के अनुसार हम भी पीछे-पीछे थाने में पहुंच गए थे। वहां लड़की ने कह दिया था कि मैं अपनी मर्जी से गई थी। ऐसे में वहां पर मामला रफा-दफा हो गया था लेकिन अमित की तबीयत बिगड़ गई थी। पुलिस के कहने पर तुरंत अग्रोहा मेडिकल काॅलेज में दाखिल करवाया था। संदिग्ध जहरीला पदार्थ निगलने की बात सामने आई थी। जब पुलिस से पूछा तो बताया कि उसने गाड़ी में नशीली गोलियों का सेवन कर लिया था। रामनिवास का आरोप है कि अमित जब घर से गया था उसकी जेब खाली थी। वह गोलियां कैसे खा सकता है। पुलिस और लड़की के रिश्तेदारों ने जहरीला पदार्थ खिलाकर मारा है।

प्रेम प्रसंग का था मामला
मृतक अमित के पिता फूल सिंह ने कहा कि बेटा बेकसूर था। लड़की के संग उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। लड़की खुद उसके पास आई थी। उसे समझाया था कि अपने घर चली जा लेकिन वह नहीं मानी। बोली थी कि अमित के साथ रहूंगी। 6 अगस्त को अग्रोहा थाना से एक गाड़ी में चार पुलिस कर्मी व लड़की के परिजन आए थे। कुछ घंटों के बाद बेटे की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिली थी।

पुलिस क्यों पिलाएगी जहर
डीएसपी नारायण चंद ने कहा मामले की जांच कर रहे हैं। अगर कोई दोषी है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे। वैसे भी देखा जाए तो पुलिस युवक को जहर क्यों पिलाएगी। पता चला है कि युवक को जब पुलिस लेकर आई थी तब उसने नशीली गोलियाें का सेवन किया था। इससे उसकी हालत बिगड़ी थी। पुलिस ने उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया था। जहां उसने दम तोड़ दिया। मौत का सही कारण तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आएगा। तभी पुलिस आगे कार्रवाई करेगी।

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