हिसार

हर क्षेत्र में स्वयं को स्थापित कर रही महिलाएं : डॉ. बिमला ढांडा

एचएयू के गृह विज्ञान महाविद्यालय में मनाया गया ‘महिला किसान दिवस’

हिसार,
एक समय था जब महिलाएं घर की चार दीवारी में रहकर घरेलू कामों तक ही सीमित होती थी परन्तु बदलते समय के साथ महिलाएं शिक्षित होकर अपने कौशल एवं सामथ्र्य के बलबूते हर क्षेत्र में स्वयं को स्थापित कर रही हैं। आज महिलाएं कृषि के क्षेत्र में, चिकित्सा, फैशन डिजाइनिंग, बैंक, बिजनेस, शिक्षा, रक्षा एवं अन्य क्षेत्रों में भी महिलाएं अग्रसर है तथा नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं।
यह बात हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के इंदिरा चक्रवर्ती गृहविज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. बिमला ढांडा ने महाविद्यालय के वस्त्र एवं परिधान अभिकल्पन विभाग की ओर से ‘महिला किसान दिवस’ पर ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। कार्यकम का मुख्य विषय ‘बदलते समय में महिलाओं की भूमिका’ था। कार्यक्रम का संचालन विभाग की अध्यक्षा डॉ. नीलम एम. रोज की देखरेख में डॉ. सरोज यादव व डॉ. मोना वर्मा द्वारा किया गया। विभागाध्यक्षा डॉ. नीलम एम. रोज ने बताया कि प्रतिवर्ष 15 अक्तूबर को किसान महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने कठिनाइयों भरा एक लम्बा सफर तय किया है और संघर्ष करके समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। आज महिलाएं धैर्य और दृढ़़ता के साथ सफलता के शिखर पर जा पहुंची हैं। उन्होंने बताया कि वस्त्र एवं परिधान विभाग से जुड़ कर महिलाएं निरन्तर रोजगार हासिल करने के साथ-साथ अपनी कला का प्रदर्शन कर राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि को आगे बढा रही हैं।
निबंध प्रतियोगिता में गीता रानी रही प्रथम
महिला किसान दिवस के अवसर पर एक ऑनलाइन निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें गृह विज्ञान महाविद्यालय की बीएससी की 15 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन माध्यम से भाग लिया। प्रतियोगिता में गीता रानी ने प्रथम, कामना ने द्वितीय एवं साक्षी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. बिमला ढ़ाडा ने सभी आयोजकों व प्रतिभागियों का धन्यवाद किया।

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