हिसार

हमारा भाग्य… हमारा प्रारब्ध कोई इंसान नहीं बदल सकता-पं. कृष्णानंद

आदमपुर,
ब्राह्मण धर्मशाला में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस कथा व्यास पं. कृष्णानंद ने कहा यदि ईश्वर चाहे तो मूक व्यक्ति को भी वाणी और पंगु व्यक्ति को पर्वत पार करवा सकता है। उन्होंने कहा कि हे भगवान आप अनंत शक्तिमान हैं। आपकी शक्ति का पार नहीं है। हमारा भाग्य, हमारा प्रारब्ध कोई इंसान नहीं बदल सकता है। यदि कोई ऐसा कहता है तो यह सरासर झूठ है। यदि किसी में भाग्य और प्रारब्ध बदलने की शक्ति है तो वह केवल ईश्वर ही है।

कथा के दौरान भए प्रगट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी स्तुति सुनाते हुए राम जन्म एवं बाद में कृष्ण जन्म कथा का श्रवण कराया। कथा के दौरान वासुदेव द्वारा भगवान श्री कृष्ण को टोकरी में रखकर सिर पर उठाए बाबा वासुदेव की झांकी प्रस्तुत की गई। कथा के दौरान आयोजित नंद उत्सव में बधाई गाती गोपियों के स्वर में स्वर मिल रहा था। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के दौरान भगवान कृष्ण की भक्ति में श्रोता इस कदर बावरे थे कि हर कदम थिरक रहा था।

कथा में मौजूूद ब्राह्मण धर्मशाला के प्रधान मांगेराम शर्मा, पपेन्द्र जाणी, पुरुषोत्तम शर्मा, महेंद्र शर्मा, कुलदीप शर्मा, वीरेंद्र शर्मा, डा. राकेश शर्मा, डा. नारंग, नरेंद्र शर्मा, सुरेश शर्मा, प्रशांत, महेन्द्र, राजेश कुमार, सरजीत भाम्भू, मनोज शास्त्री, जनार्दन शर्मा, बबलू शर्मा, मनोज कुमार, राजू, नरेश कौशल, मोनू शर्मा, महेंद्र गील, सतीश शर्मा, परमानन्द, दुष्यंत, आस्था ठाकुर सहित सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने कथा का आनन्द लिया और भजनों की स्वर लहरियों पर कदम थिरकाए।

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