राजकीय महाविद्यालय में विस्तार व्याख्यान आयोजित, विश्व के 117 विश्वविद्यालयों में हिंदी भाषा-साहित्य का शिक्षण-प्रशिक्षण
हिसार,
राजगढ़ रोड स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सभागार में प्लेसमेंट सेल के तत्वावधान में हिंदी भाषा में रोजगार की संभावनाएं विषय पर विस्तार व्याख्यान आयोजित किया गया। विस्तार व्याख्यान में जाट कॉलेज हिसार के सेवानिवृत्त प्रोफेसर राधेश्याम शुक्ल ने मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की जबकि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पीएस रोहिल्ला ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। सभागार में उपस्थित विद्यार्थियों की सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता प्रोफेसर राधेश्याम शुक्ल ने कहा कि हिंदी भाषा में वर्तमान व भविष्य में देश-विदेश में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए बड़े शौक से हिंदी विषय का गहनता से अध्ययन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि बड़े गर्व की बात है कि विश्व के 117 विश्वविद्यालयों में इस वक्त हिंदी भाषा साहित्य का शिक्षण प्रशिक्षण आयोजित करवाया जा रहा है। विश्व स्तर पर विश्व व्यापार संगठन में हिंदी अधिकारी के पदों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। शुक्ल ने बताया कि राज्य व केंद्र स्तर पर राजभाषा अधिकारी जैसे उच्च पदों पर हिंदी भाषा में उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों का चयन होता है। इसके अलावा केंद्र और राज्य स्तर पर सरकारी साहित्यिक संस्थाओं में निदेशक उपनिदेशक पत्रिका संपादक समायोजन पदों पर भी नियुक्तियां होती है। इसके अलावा सरकारी स्तर पर अनुवादक व दुभाषिया(अंग्रेजी-हिंदी),सभी राज्यों में केंद्रीय संस्थाओं के कार्यालयों में हिंदी अधिकारी के पद पर भी नियुक्ति मिल सकती है। स्थानीय स्तर पर टीटीसी,घोड़ा फार्म व भैंस अनुसंधान संस्थान इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। शुक्ल ने बताया कि पर्यटन विकास संस्थान,डाकखाना व बैंकों में भी हिंदी भाषा को महत्त्व दिया जाने लगा है। महाविद्यालय के प्रैस प्रवक्ता डॉ. राजपाल व प्लेसमेंट सेल इंचार्ज डॉ. रमेश आर्य ने बताया कि महाविद्यालय के प्लेसमेंट सेल व हिंदी विभाग का प्रयास है कि हिंदी भाषा के विद्यार्थी भविष्य में रोजगार पाने के लिए जागरूक रहें। इस अवसर पर हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. दीपमाला,प्रोफेसर कमलेश दुहन,रूबी चौधरी,सुनील कुमारी,जीतबाला व डॉ. संदीप सिंहमार सहित स्टाफ सदस्य व विद्यार्थी उपस्थित थे।