हिसार

आदमपुर : विधायक भव्य बिश्नोई पर एक बार फिर विपक्ष ने विकास कार्यों की अनदेखी का लगाया आरोप—जानें कारण

आदमपुर,
आदमपुर बाइपास स्थित प्रणामी चौक से भादरा रोड की तरफ जाने वाले रेलवे ओवरब्रिज पर रात को स्ट्रीट लाइट न होने से हादसे का खतरा बना हुआ है। दरअसल, फाटक नम्बर एलसी 112 बने ओवरब्रिज पर रोशनी का प्रबंध करने के लिए यहां 5 हाई मास्क टावर लगाए गए है। पांचों टावर वर्तमान समय में बंद पड़े है। इसके चलते रात को 8 बजे के बाद यहां पर बिल्कुल अंधेरा छा जाता है।

समाजसेवी संजय सोनी ने बताया कि पिछले 2 माह से यहां पर अंधेरा छाया हुआ है। वर्तमान समय में गोगामेड़ी जाने वाले श्रद्धालुओं का इस पूल पर तांता लगा रहता है। ऐसे में यहां पर लाइट का प्रबंध न होना काफी खतरनाक हो जाता है। उन्होंने बताया कि वे इस बारे में कई बार हिसार बैठे उच्चाधिकारियों से बात कर चुके हैं लेकिन परिणाम शून्य ही रहा है। इसके चलते 5 सितम्बर को सीएमओ, पीएमओ, राज्यसभा के पूर्व सांसद सुभाष चंद्रा, हिसार लोकसभा सांसद बिजेंद्र सिंह, आदमपुर विधायक भव्य बिश्नोई और एसडीएम हिसार को ट्वीट करके इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी।

संजय सोनी ने बताया कि ट्वीट करने के बाद 6 सितम्बर को प्रशासन ने 3 टावर पर लाइट की व्यवस्था ठीक कर दी। इससे आमजन को कुछ राहत मिली थी। लेकिन 9 सितम्बर को एकबार फिर से सभी टावर बंद हो गए। इसके बाद यह पूरा ब्रिज एकबार फिर अंधेरे के साएं में आ गया। उन्होंने आरोप लगाया कि स्ट्रीट लाइट को सुचारु रखने के लिए प्रशासन हर साल बड़े स्तर पर टेंडर देती है। लेकिन ठेकेदार और अधिकारी मिलकर सरकार से मिले पैसों का एक बड़ा हिस्सा हजम कर जाते हैं। जब लाइट खराब होती है तो ठेकेदार इस पर जल्दी से कोई कार्रवाई नहीं करते।

जब ज्यादा दवाब आता है तो ठेकेदार व्यवस्था को सुचारु करने के स्थान पर राबड़ी से कान चिपकाने का काम करता है। बार—बार लाइट खराब होने के कारण सही तरीके से मेंटेनेंस न होना होता है। अधिकारियों की समय—समय पर होने वाली सेवा—पानी के चलते वे भी इस तरफ ध्यान नहीं देते। इसके चलते ठेकेदार अपने ठेके की समय अवधि पूरा करने में लगा रहता है। और आमजन को इससे काफी परेशानी सहनी पड़ती है। लापरवाह अधिकारियों के कारण सरकार पैसे खर्च करके भी जनता के गुस्सा का शिकार बनी रहती है।

वहीं कांग्रेस नेता प्रदीप बेनिवाल का कहना है कि सरकार के नुमाइंदों को आदमपुर के विकास कार्यों में कोई रुचि नहीं है। विधायक और उनके पिता तो जब भी सीएम या सरकार के बड़े मंत्री से मिलते है तो केवल अपने लिए मंत्री पद की मांग रखते है। इन्हें आदमपुर की समस्याओं से कोई लेना—देना नहीं ​है।

वहीं कांग्रेसी नेता भूपेंद्र कासनियां ने कहा कि आदमपुर की जनता ने गलत व्यक्ति को वोट देकर विधानसभा में भेज दिया। इसका खमियाजा अब जनता भुगत रही है। यदि जनता ने जयप्रकाश जेपी को चुना होता तो आदमपुर की ऐसी हालत कभी नहीं होती। वहीं इनेलो नेता अशो​क यादव ने कहा कि आदमपुर की जनता की सूध लेने का समय विधायक के पास नहीं है। आदमपुर में स्ट्रीट लाइट हो चाहे सड़कों का मामला हो—आमजन को रोजाना समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन यहां कि सांसद और विधायक को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।

आम आदमी पार्टी नेता भूपेंद्र बेनिवाल ने आरोप लगाया कि आदमपुर में कुलदीप बिश्नोई परिवार अब केवल चुनाव लड़ने आते हैं। इसके बाद वे यहां पर तीज—त्योहार पर ही दिखाई देते हैं। ऐसे में यहां की जनता को क्या परेशानी है इससे इन दोनों को कोई लेना—देना नहीं है। आदमपुर की दुदर्शा के लिए पूरी तरह से कुलदीप बिश्नोई परिवार ही जिम्मेवार है।


https://youtu.be/vaoKNN8hUrY

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