आदमपुर,
भीषण गर्मी के बीच आदमपुर की जनता स्वच्छ जल के लिए तरस रही है। जलघर से आ रही पानी की सप्लाई में ट्यूबवेल का खारा पानी मिक्स आ रहा है। लेकिन जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते नहर से आया हजारों लीटर पानी व्यर्थ सड़कों से बहकर लोगों के घरों के लिए खतरा पैदा कर रहा है। जी हां, शनिवार को सुबह आदमपुर के जलघर का टैंक नहरी पानी से भरकर आवरफ्लो हो गया। इससे निकलकर पानी रानीबाग के प्लाटों में जमा होने लगा। लोगों ने सड़कों पर मिट्टी डालकर पानी को कॉलोनी में आने से रोका।
गर्मी के आते ही आदमपुर में पानी की सप्लाई काफी प्रभावित हुई है। पानी काफी समय के लिए छोड़ा जा रहा है। पेयजल के रुप में ट्यूबवेल का खारा पानी मिक्स करके लोगों को पिलाया जा रहा है। जलघर से आने वाले पानी का टीडीएस खतरें के मानकों से काफी ऊंचा है। आमजन पानी की कमी समझकर हालात से समझौता करके चूपचाप इस खारे पानी को पी रहा है। लेकिन अब नहरी पानी आ चुका है।
नहरी पानी आने के बाद भी ट्यूबवेल का खारा पानी मिक्स करके लोगों को परोसा जा रहा है। जबकि नहरी पानी टैंक से निकलकर सड़कों से होते हुए रानीबाग के निवासियों के लिए खतरा पैदा कर रहा है। शनिवार को इसी प्रकार टैंक से निकलकर पानी रानीबाग के एक प्लाट में एकत्रित हो गया। इस प्लाट में नींव भरने का काम चल रहा था। पानी एकत्रित हो जाने के कारण नींव का काम बीच में रोकना पड़ा। बाद में ट्रैक्टर से बरमा लगाकर पानी को प्लाट से निकाला गया। घरों को नुकसान से बचाने के लिए लोगों ने सड़क के बीच मिट्टी लगाकर पानी का रुख बदलने को मजबूर होना पड़ा।
रानीबाग के लोगों का कहना है कि एक तरफ तो पूरा शहर स्वच्छ पानी की बूंद—बूंद के लिए तरस रहा है वहीं जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण हजारों लीटर पानी व्यर्थ सड़कों पर बह रहा है। ऐसे लापरवाह कमचारियों के खिलाफ विभाग को एक्शन लेना चाहिए। साथ ही जब तक नहरी पानी आ रहा है सप्लाई से ट्यूबवेल का पानी मिलाकर देना भी बंद करना चाहिए।