कालाबाजारी करना मानवता के विपरीत आचरण
आदमपुर,
महामारी का दौर हर सदी में आता है। ऐसे समय में सेवा ही सबसे बड़ी भक्ति होती है। आज सभी को मानव सेवा माधव सेवा मानकर आगे आना चाहिए और जरुरतमंदों की सेवा करनी चाहिए। यह बात प्रणामी मिशन के प्रमुख संत स्वामी श्री सदानंद जी महाराज ने विजय वरुण सदलपुरियां के निवास पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन श्रद्धालुओं को आनलाइन प्रवचन के दौरान कही। उन्होंने कहा आज भारत देश के सामने स्वास्थ चुनौतियों के साथ राष्ट्र स्वाभिमान बचाने की चुनौती भी है। ऐसे में हमें एकजुट होकर सरकार का साथ देना होगा।
प्रणामी संत ने कहा आज वैक्सीन और दवाईयों की कमी देखने को मिल रही है। सरकार को ना चाहते हुए भी विकेंड लॉकडाउल लगाना पड़ रहा है। ऐसे में राष्ट्र का सभ्य नागरिक बनते हुए हमें भी बिना जरुरी काम के घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए। शादी—विवाह की पार्टी को सीमित कर देना चाहिए। बिना कारण समान का स्टॉक करने से परहेज करना चाहिए। इस समय बहुत से लोग कालाबाजारी करने में लगे हुए हैं। यह मानवता के विपरीत आचरण है। ऐसे लोगों को समझाना होगा और उन्हें सही मार्ग पर लाने का सामुहिक प्रयास करना होगा।
उन्होंने कहा भारत देश पर विपदा से निकलने में सक्षम है। क्योंकि ये देवभूमि है। हमें संकट के इस समय में गज की भांति ईश्वर को पुकारना है। सभी सुंदरसाथ को घर में बैठकर निजनाम और परायण का पाठ करना है और ईश्वर से महामारी को रोकने की प्रार्थना करनी है। इस बार सावन में प्रत्येक व्यक्ति को एक पेड़ अवश्य लगाना है ताकि प्रकृतिक आक्सीजन की देश में कमी न रहे। गौशाला के लिए कुछ दान अवश्य निकाले, ताकि गौमाता को इस समय खाने की कमी ना हो। इस दौरान उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन किया और कृष्ण—सुदामा मित्रता की कथा का श्रवणपान श्रद्धालुओं को करवाया।