जैन तेरापंथ युवक परिषद् दिन—रात लगा कोरोना पीड़ितों की सेवा में
आदमपुर,
आदमपुर कोरोना की मार से जब त्राहि—त्राहि कर रहा था तो प्रशासन मूक था और यहां के जनप्रतिनीधि केवल प्रैसनोट जारी करने में लगे हुए थे। ऐसे समय में एक संत ने आदमपुर को आत्मनिर्भर बनने का संदेश दिया और युवा कार्यकर्ताओं को इसका जिम्मा सौंपा। युवाओं ने संत का आदेश मानकर मुहिम शुरु की और उसे जन आंदोलन में बदलकर आदमपुर ही नहीं भिवानी तक के मरीजों की जान बचा ली।
संत की प्रेरणा आत्मनिर्भर बनो
दरअसल, जैन तेरापंथ भवन में इन दिनों मुनिश्री विजय कुमार जी आए हुए हैं। उन्होंने जब आदमपुर में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या और अस्पतालों में बैड न मिलने की बात सुनी तो उन्होंने जैन तेरापंथ युवक परिषद् के सूर्यकांत जैन को अपने पास बुलाया और कोरोना से संक्रमित आदमपुरवासियों को बचाने के मास्क से लेकर आक्सीजन तक सरकार या प्रशासन पर निर्भर होने के स्थान पर आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी।
खरीद ली ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन
संत से प्रेरणा पाकर सूर्यकांत जैन ने सुभाष जैन और एसएन गुप्ता के साथ मंथन किया और सोशल मीडिया पर मुहिम आरंभ की। शुरुआत में तीनों ने आदमपुर में मास्क, फेसशील्ड बांटनी आरंभ की और इसके बाद आक्सीजन की कमी को देखते हुए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन खरीदने की मुहिम आरंभ की। आदमपुर के लोगों ने खुलकर इनका साथ दिया। व्यापार मंडल भी सहयोग के लिए आगे आया। सबका सहयोग मिलते तुरंत 2 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन खरीद ली गई। इसके बाद 1 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन और खरीदी गई। अब चौथी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन अखिल भारतीय जैन महासभा से 15 मई तक मिलने जा रही है।
भिवानी के जच्चा—बच्चा की बचाई जान
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनों के आने के बाद अब तक 18 मरीज इनका लाभ उठा चुके हैं। इस दौरान भिवानी से गर्भवती महिला बेहद नाजुक हालत में आदमपुर पहुंची और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन के जरिए समय पर उसके शरीर में आक्सीजन की पूर्ति करके जच्चा व बच्चा की जान बचा ली गई। यह महिला भिवानी में आक्सीजन न मिलने पर सिवानी के असप्ताल में शिफ्ट की गई। वहां भी जब आक्सीजन नहीं मिली तो उसे हिसार शिफ्ट किया गया। हिसार में आक्सीजन नहीं मिली तो सोशल मीडिया के जरिए जानकारी लेकर आदमपुर पहुंची। यहां पर जैन तेरापंथ युवक परिषद् से तुरंत ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन देकर जच्चा व बच्चा की जान बचा ली।
बने पूरी तरह से आत्मनिर्भर
अब जैन तेरापंथ युवक परिषद् के पास 3ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन व 2 ऑक्सीजन सिलेंडर है। 1 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन 15 मई को आ रहा है। इसके अलावा बुधवार से पूरे आदमपुर को सैनिटाइज करने का अभियान परिषद् ने शुरु किया है। सूर्यकांत जैन ने बताया कि आदमपुर में जहां भी कोरोना मरीज को किसी भी प्रकार की परेशानी है, उनकी टीम 24 घंटे उनकी सेवा में तत्पर है। आज टीम के पास प्रचूर मात्रा में हैंड सैनिटाइजर, मास्क, फेसशील्ड, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन तथा ऑक्सीजन सिलेंडर है। इसके अलावा जिन मरीजों को दवाईयों की आवश्यकता है उनको दवाईयां तथा जिनको भोजन की आवश्यकता है उनको भोजन भी भेजा रहा है।
लगाना चाहते है ऑक्सीजन प्लांट
परिषद् ने इस दौरान जूम मिटिंग में कलकत्ता के अतिरिक्त पुलिस कमीश्नर मुरलीधर शर्मा, दुबई से प्रवीण जैन, हिसार से समाजसेवी राकेश शर्मा के साथ आदमपुरवासियों की लाइव मीटिंग करवाई। इस दौरान आदमपुर में 50 लाख रुपए की लागत से ऑक्सीजन प्लांट लगवाने पर विचार हुआ। लेकिन इस दौरान सरकार द्वारा नागरिक अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की मंजूरी देने पर इसे स्थगित कर दिया गया। सूर्यकांत जैन ने बताया यदि सरकार ने प्लांट लगाने में देरी की तो वे प्राइवेट तौर आदमपुरवासियों के साथ मिलकर ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना करेंगे।
प्रशासन से सहयोग की अपील
आदमपुर के लिए संजीवनी बनकर आए जैन तेरापंथ युवक परिषद् को अभी तक जिला प्रशासन का कोई सहयोग नहीं मिल पाया है। परिषद् के पास इस समय 1 कार्बन डाई आक्साइड, 4 आग्रेन सिलेंडर व 1 नाइट्रोजन का सिलेंडर है। सूर्यकांत जैन का कहना है कि यदि प्रशासन इनको बदलवाकर आक्सीजन सिंलेंडर उपलब्ध करवा देता है तो यह आदमपुर क्षेत्र के लिए काफी बड़ी सहायता होगी। लेकिन प्रशासन ने अभी तक उनका किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं किया है।
आदमपुर प्रशासन को दिया सहयोग
एक तरफ जहां जिला प्रशासन जैन तेरापंथ युवक परिषद् को कोई सहयोग नहीं मिला है वहीं आदमपुर प्रशासन को परिषद् ने अब काफी संख्या में मास्क, फेसशील्ड, सैनिटाइजर व कैमिकल उपलब्ध करवाया है। इसके अलावा बैंक कर्मचारियों को भी काफी समान परिषद् द्वारा उपलब्ध करवाया जा रहा है।