अनाज मंडी की फर्म ‘मैं बनारसी दास वजीर चंद’ के मालिकों पर हुआ मामला दर्ज
आदमपुर,
आदमपुर पुलिस प्रशासन से न्याय दिलाने में कितना अधिक मुस्तैद है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 30 अप्रैल को दी गई शिकायत पर पुलिस की कार्रवाई तो दूर मामला दर्ज करने में 1 महीने 15 दिन का समय लग गया। शिकायतकर्ता भी कोई आमजन नहीं बल्कि आदमपुर का व्यापार मंडल है। जब पुलिस व्यापार मंडल की शिकायत दर्ज करने में इतना समय लगा देती है तो आमजन की शिकायत का क्या होता होगा इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
मामले के अनुसार, 30 अप्रैल को आदमपुर व्यापार मंडल ने अनाज मंडी स्थित एक फर्म ‘मैं बनारसी दास वजीर चंद’ के मालिक सितेंद्र पाल उर्फ सोनू व जितेंद्र पाल उर्फ जेपी के खिलाफ आढ़तियों व किसानों की फसल के पैसे लेकर फरार होने की शिकायत दर्ज करवाई थी। अपनी शिकायत में व्यापार मंडल ने आरोप लगाया था कि दोनों भाईयों ने आदमपुर की अनाज मंडी से ग्वार व सरसों की फसल की खरीद की। यह फर्म करीब 30 सालों से फसल खरीद का काम कर रही थी इसलिए व्यापारियों व किसानों का पूरा विश्वास जाम हुआ था।
इसी विश्वास का फायदा उठाकर इन भाईयों ने योजनबृद्ध तरीके से सरसों व ग्वार की फसल को खरीदा। करीब 4.10 करोड़ रुपए की पेमेंट के लिए सभी को 2—3 दिन का कहकर आगे से आगे टरकाते रहे। इस दौरान करीब 22 अप्रैल के आसपास दोनों भाई अचानक गायब हो गए। रानीबाग स्थित अपने मकान को गुपचुप तरीके से बेचकर रात को समान तक ले गए। व्यापारियों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने इनके रिश्तेदारों से भी सम्पर्क किया। लेकिन कहीं से इनके बारे में कुछ भी पता नहीं चला।
इसके बाद व्यापार मंडल ने 30 अप्रैल को आदमपुर थाने में दोनों भाईयों के खिलाफ शिकायत दी। पुलिस ने दोनों भाईयों की शिकायत लेकर ठंड़े बस्ते में डाल दी। व्यापारी बार—बार थाने का चक्कर काटते रहे लेकिन पुलिस भी व्यापारियों को टरकाने का काम करती रही। इसी दौरान आदमपुर में चर्चा आई कि दोनों भाई कनाडा जाने की फिराक में है। इससे व्यापारी और ज्यादा चिंतित हो गए। इसके बाद व्यापारी पुलिस के उच्चाधिकारियों के पास भी गए। मामले की शिकायत एसपी कार्यालय में की गई। इसके बाद एसपी ने डीएसपी अभिमन्यु को मामले की जांच के आदेश दिए। बाद में नेताओं के दरबार में भी मामला पहुंचा। 9 जून को डीएसपी अभिमन्यु ने जांच के बाद दोनों भाईयों के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया। इसके बाद 15 जून को दोनों भाईयों के खिलाफ धारा 420/406 के तहत मामला दर्ज कर जांच आरंभ की है।
रोजाना आढ़त की दुकान खोलता है मुनीम
आदमपुर अनाज मंडी से करीब 4 करोड़ 10 लाख रुपये की देनदारी छोड़कर फरार हुई फर्म की दुकान अब भी हर रोज की तरह खुलती हैं। दुकान को मुनीम खोलता हैं और शाम को बंद कर चला जाता हैं। लेकिन जब मुनीम से फर्म संचालकों के बारे में पूछा जाता हैं तो एक ही जबाब मिलता हैं उसे कोई पता नहीं हैं।