मेयर ने कहा, जांच रिपोर्ट के आधार पर डिपो होल्डर के खिलाफ की जाएगी सख्त कार्रवाई
हिसार,
खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर बीते दिनों निगरानी कमेटी ने शहर के राशन डिपो की जांच की थी। इसमें बड़े स्तर पर अनियमिताएं पाई गई थी। इस मामले में निगरानी कमेटी के सदस्य नरेश कुमार, अजय सेठी, बलबीर खटक, गगन ओबेरॉय ने जांच रिपोर्ट मेयर गौतम सरदाना को सौंपी।
मेयर गौतम सरदाना ने कहा कि निगरानी कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर राशन वितरण में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जनता के साथ धोखाधड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। निगरानी कमेटी के सदस्यों ने बताया कि अधिकारियों के दौरान निरीक्षण में पाया गया कि लाडो रानी के सात डिपो में से चार डिपो को खुलवाकर जांच की गई थी। इनमें नियमों की पूर्ण अवहेलना हो रही थी। डिपो होल्डर द्वारा कार्डधारकों को पूरा राशन नहीं दिया जा रहा था, तीन डिपो का राशन एक ही डिपो से दिया जा रहा था, राशन डिपो पर कोई सूचना पटट् नहीं लगाया हुआ था, डिपो धारक के पास ओपीएच, बीपीएल व एपीएल की लिस्ट मौजूद नहीं थी, डिपो होल्डर अपनी मर्जी से राशन डिपो खोलता है, उसका कोई समय निर्धारित नहीं किया गया है, जो नियमों के खिलाफ है। यह भी सामने आया कि पीओएस मशीन में अंगूठा लगवाने के बाद पीओएस मशीन से स्लिप प्राप्त नहीं होती, डिपो धारक अपने स्तर पर एक पेज पर सामग्री लिख देता है, जो नियमानुसार गलत है, वहीं सरकार की रेट से ज्यादा पर लोगों को राशन दिया जा रहा था, जैसे नमक चार रुपये की जगह 10 रूपये प्रति किलोग्राम, चीनी साढ़े 13 किलोग्राम की जगह 20 रुपये प्रति किलोग्राम जनता को राशन दिया जा रहा था।
डिपो होल्डर लाडो रानी राशन डिपो पर कार्ड धारक का पीओएस मशीन पर अंगूठा लगवाने की बजाय घर जाकर अंगूठा लगवाती है। इसके तहत 68 कार्ड धारकों को वितरित किया गया राशन की मात्रा डिपो धारक को दी गई मात्रा से अलग दर्शाई गई है, जो सीधे तौर पर राशन का गबन किया गया है। जांच रिपोर्ट में पाया गया है कि सातों राशन डिपो एक ही परिवार द्वारा चलाए जा रहे है जो नियमानुसार गलत है। इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी राशन डिपो को तुरंत प्रभाव से रद्द कर आगामी कार्रवाई की जाए। मेयर गौतम सरदाना ने कहा कि 10 सितंबर को सुबह 11 बजे नगर निगम कार्यालय में सभी पार्षदों के साथ खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी।