जनप्रतिनिधियों की लापरवाही से डेंगू से हुई मौतें, समय पर फॉगिंग होती तो बच सकती थी कई जानें
हिसार,
जिस प्रकार से जानलेवा बीमारी डेंगू ने जिले में कोहराम मचाया हुआ है, तमाम चिकित्सा सुविधाएं कम पड़ रही हैं और छोटे-छोटे बच्चों को जान गंवानी पड़ रही है, यह बहुत ही पीड़ादायक है। जिले में डेंगू का इतना कहर आखिर क्यों बरपा। जब इसके बारे में ईमानदारी से सोच-विचार करते हैं तो साफ तौर पर विधायक, मेयर, उपायुक्त सहित चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की घोर लापरवाही नजर आती है, जिन्होंने समय रहते जिले में डेंगू रोकथाम के लिए आवश्यक कदम नहीं उठाए।
यह बात सामाजिक संस्था ‘मदद’ के अध्यक्ष संजीव भोजराज ने कही। कई लोगों ने डेंगू के कारण जान गंवाई है और जिले में डेंगू सकं्र्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। बावजूद इसके प्रशासन की ओर से दवाई का छिडक़ाव नहीं किया जा रहा है। संजीव भोजराज ने कहा कि विधायक, मेयर, उपायुक्त व अन्य अधिकारियों की यह लापरवाही नहीं, बल्कि अपराध है। इन सभी पर लोगों की हत्या का केस दर्ज होना चाहिए। डेंगू संक्रमण से जान गंवाने वाले परिवारों पर आज क्या बीत रही है, इसका अंदाजा वही लगा सकते हैं, जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है। उन्होंने कहा कि लगातार बढ़ते जा रहे डेंगू संक्रमण के बावजूद फॉगिंग नहीं की जा रही है। समय रहते अगर फॉगिंग हो जाती तो शायद डेंगू से इतने लोगों को अपनी जान नहीं गंवानी पड़ती। जनप्रतिनिधि के नाम पर हिसार जिले में सरकार में प्रतिनिधित्व कर रहे नेताओं को आम जनमानस की कोई चिंता नहीं है। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए जो अपनी मुख्य जिम्मेदारियों का निर्वहन कर पाने में भी संजीदा नजर नहीं आते।