हड़ताल की तैयारियों के लिए ट्रेड यूनियनों की संयुक्त कन्वैंशन का आयोजन
हिसार,
23-24 फरवरी की की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के जिला स्तरीय सभी ट्रेड यूनियनों की संयुक्त कन्वैंशन जाट धर्मशाला में हुई। कन्वैंशन की अध्यक्षता संयुक्त रूप से महासंघ के जिला प्रधान अमृत शर्मा, सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान सुरेन्द्र यादव, इंटक के जिला सचिव जयप्रकाश, एआईयूटीयूसी के जिला उप प्रधान हवा सिंह संघर्ष, सीटू से जिला नेता सीमा, एटक के जिला सचिव का. रूप सिंह व बैंक एसोसिएशन से तरशेम अग्रवाल ने की। मंच संचालन सर्व कर्मचारी संघ जिला सह सचिव अशोक सैनी ने किया।
कन्वैंशन को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने बताया की देश व प्रदेश की भाजपा सरकार आम जनता, मजदूर, किसान व कर्मचारी विरोधी नीतियां अपना कर पूंजीपतियों के हितों को साधने में लगी है। उन्होने बताया कि कोरोना महामारी की आड़ में सभी विभागों को निजी हाथों में देने की प्रक्रिया को तेजी से लागू कर रही है। उन्होंने बताया कि सरकार एनपीएस को समाप्त कर पुरानी पैंशन स्कीम लागू की जाए, श्रम कानूनों में किए गए बदलावों को वापस लेने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, सभी विभागों में रिक्त पड़े पदों पर नियमित भर्ती करने, सुप्रीम कोर्ट के समान काम-समान वेतन के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लागू करने, निजीकरण व ठेकेदारी प्रथा बंद करने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत बनाने सहित अनेक मुद्दोंं को सरकार के समक्ष उठाने का काम किया जा रहा है, लेकिन सरकार इन मुद्दों को लेकर उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाए हुए है। सरकार विकास की बजाय विनाश की नीति पर काम कर रही है। लोगों को धर्म, जाति के नाम पर लड़ा कर बेरोजगार, महंगाई व विकास के मुद्दों से उनका ध्यान भटकाने का काम कर रही है। वक्ताओं ने कहा कि 23-24 फरवरी की राष्ट्रव्यापी हड़ताल ऐतिहासिक रहेगी और यह हड़ताल सरकार के कफन में आखिरी कील साबित होगी।
कन्वैंशन को एमएल सहगल, का. सुरेश कुमार, कृष्ण नैन, शमशेर नंबरदार, राजबीर दुहन, मेहर सिंह बांगड़, वीएल शर्मा, सुमित दलाल, नरेश गोयल, दलबीर किरमारा, दलीप सोनी, बिजेन्द्र पूनिया, मा. जयवीर सिंह, नरेश गौतम, राजेश बागड़ी, सुरेश रोहिला, सत्यवान बधाना व मनीराम आदि ने भी संबोधित किया।