हिसार

आदमपुर के ग्रामीणों ने शुरू किया असहयोग आंदोलन, बीएलओ को नहीं घुसने देंगे गांव में

ज्ञापन देकर चेताया, बीएलओ के साथ कुछ भी घटित हुआ तो सरकार व प्रशासन होंगे जिम्मेवार

आदमपुर,
आदमपुर गांव को नगरपालिका से बाहर करने की मांग पर धरने पर बैठे ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ असहयोगात्मक रवैया अपनाने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही ग्रामीणों ने प्रशासन द्वारा नियुक्त बीएलओ को गांव में न घुसने देने का ऐलान किया है और चेतावनी दी है कि यदि बीएलओ के साथ कुछ भी घटित हुआ तो उसके जिम्मेवार सरकार व प्रशासन होंगे।
आदमपुर गांव को नगरपालिका से बाहर करने की मांग पर ग्रामीणों का धरना लगातार जारी है। धरने में ग्रामीणों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को धरने की अध्यक्षता देवीलाल गायणा व युवा अजय कुमार चायल ने की। ग्रामीणों ने हिसार के एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर होने वाली वोट बंदी का बहिष्कार कर सूचनार्थ ज्ञापन देकर कहा है कि अगर हमारे गांव में प्रशासन द्वारा लगाए गए बीएलओ के साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो उसकी जिम्मेदार सरकार व प्रशासन होंगे। इसके तहत ग्रामीणों ने एक मुहिम शुरू की कि गांव के अंदर बीएलओ को नहीं घुसने देंगे। इसके चलते आज गांव के अंदर आदमपुर संघर्ष समिति के सदस्यों द्वारा गांव के अलग-अलग हिस्सों में चक्कर लगाए गए पर कहीं भी प्रशासन द्वारा नियुक्त किए गए बीएलओ नहीं मिले।
तत्पश्चात ग्रामीणों ने धरनास्थल पर एक संयुक्त बैठक की जिसमें निर्णय लिया गया कि हम कल फिर सुबह इसी तरह से वोट बंदी का का बहिष्कार करते हुए गांव में जागरूकता अभियान चलाएंगे। इससे ग्रामीणों को पता चल सके कि हमें वोट बंदी बारे प्रशासन द्वारा नियुक्त किए गए बीएलओ से कोई जानकारी सांझा न करें। इस अवसर पर कृष्ण लाल धतरवाल, राजाराम खिचड़, अंतर सिंह, डॉ. वेदप्रकाश, सुग्रीव थालोड़, रोताश कुमार, सतपाल टेलर, सनी सोलंकी, अजय चहल, प्रवीण कल्याण, माली, नीलम, कांता, दर्शना, रामरती, पतासी, मनीषा व रेणु सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

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