परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—308 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—308Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 20, 2024September 20, 20240
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—307 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—307Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 20, 2024
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—306 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—306Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 20, 2024
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—305 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—305Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 20, 2024
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—304 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—304Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 20, 2024
धर्मस्वामी राजदास: धन का उपयोगJeewan Aadhar Editor DeskDecember 2, 2017 December 2, 2017 मैंने सुना है, एक कृपण आदमी था। उसके पास सोने की ईंट थीं। वे उसने अपनी तिजोड़ी में रख छोड़ी थीं। भूखा-प्यासा, रूखा-सूखा खाता था।...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—67Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 2, 2017January 25, 2024 December 2, 2017January 25, 2024 एक गुरू और शिष्य तीर्थ यात्रा के लिए पैदल जा रहे थे। आज से 50-60 वर्ष पहले अधिकतर पैदल ही तीर्थ-यात्रा पर लोग जाया करते...
धर्मस्वामी राजदास : खुशामद बड़े-बड़ों को ले डूबती है!Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 1, 2017 December 1, 2017 भगवान कृष्ण के समय में चरणाद्रि चुनाव में पोंएड्रक नाम राजा शासन करता था। उसके दरबारी बड़े खुशामदी थे। वे कहते थे-आप का साक्षात भगवान...
धर्मसत्यार्थ प्रकाश के अंश-04Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 1, 2017 December 1, 2017 ब्रह्मचर्य तीन प्रकार का होता है कनिष्ठ- जो पुरूष अन्नरसमय देह और पुरि अर्थात् देह में शयन करने वाला जीवात्मा, यज्ञ अर्थात् अतीव शुभ गुणों...
धर्मओशो : शास्त्र के पीछेJeewan Aadhar Editor DeskDecember 1, 2017 December 1, 2017 तिब्बत के धर्मशास्त्र कहते हैं:साल में एक बार जरूर नहाना चाहिए। मगर मूढ़ताएं कुछ अलग -अलग है। मेरे पास कुछ तिब्बती लामा आकर एक बार...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—66Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 1, 2017January 24, 2024 December 1, 2017January 24, 2024 कई कहते हैं कि गुरू तो परमात्मा है। नहीं पंच र्भाैतिक शरीर वाला कोई भी परमात्मा नहीं हो सकता, हाँ परमात्मा की ओर जाने वाले...
धर्मसत्यार्थप्रकाश के अंश—03Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 30, 2017 November 30, 2017 अत्यन्त वेग से वमन होकर अन्न जल बाहर निकल जाता है वैसे प्राण को बल से बाहर फेंक के बाहर ही यथाशक्ति रोक देवे। जब...
धर्मस्वामी राजदास : भक्ति में भावना की प्रधानताJeewan Aadhar Editor DeskNovember 30, 2017 November 30, 2017 चैतन्य महाप्रभु जब जगन्नाथ पुरी से दक्षिण की यात्रा पर जा रहे थे तो उन्होंने एक सरोवर के किनारे कोई ब्राह्मण गीता पाठ करता हुआ...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—65Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 30, 2017January 23, 2024 November 30, 2017January 23, 2024 धर्म प्रेमी सज्जनों! यह संसार समुद्र है अपने जीवन का मन्थन करो। मन को मंदराचल पर्वत बनाओ और प्रेम की डोर से उसको मथो तो...
धर्मओशो : वासना का रुपJeewan Aadhar Editor DeskNovember 30, 2017 November 30, 2017 मैं एक साधु के साथ बैठा था गंगाके किनारे। बचपन के मेरे मित्र थे।फिर मैं असाधु हो गया वे साधु हो गए। दोनो बैठे बाते...