पटना,
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के लाख दावों के बावजूद ठेले पर शव ढोने का काम बदस्तूर जारी है। दिन के उजाले में ठेले पर लाश ढोने की इस खबर से एक बार फिर मानवता शर्मसार हुई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए एंबुलेंस और मर्चुरी वैन तक मुहैया नहीं कराया गया और खुले में ठेले पर ले जाया गया।
जानकारी के मुताबिक इस पूरी घटना में फतुहा रेल पुलिस की संवेदनहीनता सामने आई है। ठेला चालक ने बताया कि ट्रेन में एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी और शव के पोस्टमार्टम के लिए ठेले से पीएमसीएच ले जा रहे हैं। इस काम के लिए मुझे एक हजार रुपए दिए गए हैं। ठेले चालक ने बताया कि पिछले कई सालों से वो ये काम कर रहा हैं। एक हजार रुपए में शव का श्राद्ध भी करना होता है।
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