हरियाणा

विधानसभा में भाजपा और इनेलो—कांग्रेस के बीच हुई जमकर नोंकझोंक, आंगनबाड़ी का मुद्दा उठा

चंडीगढ़,
हरियाणा विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को काफी हंगामा हुआ। सत्‍तापक्ष अौर विपक्ष के बीच कई बार भिड़ंत हुई। सदन में इनेलो अौर कांग्रेस ने एसवाईएल नहर को लेकर काम रोको प्रस्ताव रखा, लेकिन स्पीकर ने रद कर दिया। इस पर दाेनों दलों के विधायकों ने हंगामा किया और सदन से वाकआउट किया। विधानसभा में आंगनबाड़ी वर्कस के मामले पर शोरशराबा हुआ। नेता विपक्ष अभय चौटाला द्वारा भाजपा के प्रदेश प्रधान सुभाष बराला के खिलाफ की गई टिप्‍पणी पर भाजपा व इनेलाे के विधायक आमने-सामने हो गए।

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मंगलवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा हो गया। सदन में पहले पकौड़ा को लेकर कांग्रेस और भाजपा विधायकों के बीच नोंकझाेंक हुई। इसके बाद इनेलो व कांग्रेस ने एसवाईएल नहर का मामला उठाया। दोनों पार्टियों ने इस मामले पर काम रोको प्रस्‍ताव दिया और एसवाईएल नहर के मुद्दे पर बहस कराने की मांग की। लेकिन, स्‍पीकर कंवरपाल गुर्जर ने इसे नामंजूर कर दिया।
इस पर दोनों दलों के विधायक भड़क गए और नारेबाजी शुरू कर दी। सदन में जबरदस्त हंगामा शुरू हाे गया। इनेलो विधायकों द्वारा सदन में मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। इनेलो नेता अभय चौटाला अौर कांग्रेस के विधायक विरोध करते हुए वेल तक पहुंच गए। इसके बाद पहले कांग्रेस अौर बाद में इनेलो विधायकों ने सदन से वाक आउट किया।

इस दौरान कृषि मंत्री अोपी धनखड़ व इनेलो नेता अभय चौटाला में जबरदस्त जुबानी जंग हुई। अभय चौटाला ने कहा कि जिस व्यक्ति के किसी विभाग का एसवाईएल से कुछ लेना देना नहीं वह उसकी पोल पट्टी भी खोलेंगे। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि एसवाईएल का मुद्दा वर्षों पुराना है। सभी दलों के नेता राष्ट्रपति आैर प्रधानमंत्री से मिल चुके हैं और यह मामला अब सुप्रीमकोर्ट में है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सदन की कार्यवाही के प्रति संजादी नहीं है।

बाद में इनेलाे और कांग्रेस के विधायकसदन में लौट आए। इसके बाद एक बार फिर सत्ता पक्ष और इनेलो विधायकों के बीच तीखी बहस अौर कहासुनी हुई। अभय चौटाला ने हरियाणा भाजपा अध्‍यक्ष सुभाष बराला के बारे में टिप्‍पणी की तो भाजपा के विधायकों ने इसका विरोध किया। इस पर दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए।

गर्मागमीं के बीच अभय चौटाला ने सुभाष बराला को कह दिया कि अपनी औकात देख। भाजपा विधायकों ने चौटाला के इस टिप्पणी का किया विरोध और अभय चौटाला से माफी मांगने की मांग की। कैबिनेट मंत्री ओपी धनखड़ ने कहा कि औकात और तू जैसे शब्द का इस्तेमाल करना गलत है। इस मुद्दे पर इनेलो और सत्ता पक्ष के विधायकों के बीच तीखी बहस हुई।
अभय चौटाला ने सुभाष बराला पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन पर ऐसे गंभीर आरोप हैं वह सदन में कलंक है। अभय ने सुभाष बराला की तरफ इशारा करके कहा जिन्होंने प्रदेश का नाम खराब किया वह विधानसभा में बैठा है। यह कलंक है। इस पर धनखड़ ने कहा इस तरह के शब्दों की निंदा की जाए। पूरा सदन इससे सहमत है।
विधानसभा में कांग्रेस ने आंगनबाड़ी वर्करों के मुद्दे पर भी काम रोको प्रस्ताव दिया, लेकिन स्पीकर ने उसे खारिज कर दिया। इसके बाद कांग्रेस विधायकों अौर स्पीकर के बीच जोरदार बहस हुई। काम रोको प्रस्‍ताव को खारिज किए जाने के विरोध में कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते हुए सदन के वेल में पहुंच गए।

स्पीकर कंवर पाल गुर्जर ने कांग्रेस विधायकों से अपनी सीटों पर जाने की अपील की। स्पीकर ने कहा कि कॉल एटेंशन के रूप में वह कल चर्चा करवाएंगे। इसके बाद भी कांग्रेस विधायक वेल में नारेबाजी करते रहे। इस पर स्पीकर ने सदन में मार्शल बुलाए लिेये तो कांग्रेस विधायक अपनी सीटों पर चले गए।
इनेलो अौर कांग्रेस ने आंगनबाड़ी वर्कर्स की हड़ताल का मुद्दा उठाया। दाेनाें दलाें के सदस्‍यों ने आंगनबाड़ी वर्कर्स काे पक्‍का करने के चुनावी वादे का जिक्र किया तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमारे घोषणा पत्र में कहीं भी नहीं है कि आंगनबाड़ी वर्कर को पक्का करेंगे।
मनोहरलाल ने कहा कि पिछली सरकार ने 2014 में चुनावों को लेकर यह कई घोषणा की। हमने जो भी वाद किया उन्‍हें हमारी सरकार ने पूरा किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश में केवल हरियाणा में ही आंगनबाड़ी वर्करों का वेतन सबसे ज्यादा है। पूरे देश में उनको वेतन के रूप में 10500 रुपये मिल रहे हैं, लेकिन हरियाणा में उन्‍हें 11400 रुपये प्रतिमाह दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिए वामपंथी दलाें और संगठनों पर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा, हम प्रदेश में लाल झंडे वालों की बदमाशी नहीं चलने देंगे। हर किसी की सभी मांगे नहीं मानी जा सकती हैं। भाजपा ने लाल झंडे वालों से कई राज्य मुक्त किए हैं। हरियाणा में भी लाल झंडे वालों ने कारखाने बंद करवाए हैं, लेकिन अब उनकी नहीं चलने वाली है। इसके बाद एक बार फिर कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉक आउट किया।

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