हिसार,
हरियाणा संयुक्त कर्मचारी मंच एवं आंगनवाड़ी इंपलाइज फैडरेशनन ऑफ इंडिया से संबंधित आंगनवाड़ी वर्कर एंड हेल्पर यूनियन के आंदोलन के 27वें दिन व भूख हड़ताल चौथे दिन भी महिलाएं भूख हड़ताल पर डटी रही और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। महिलाओं ने गीत गाकर केन्द्र व प्रदेश सरकार को कोसा। हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष दलबीर किरमारा एवं हरियाणा संयुक्त कर्मचारी मंच से संबंधित पीडब्ल्यूडी यूनियन के राज्य उप प्रधान ओमप्रकाश पूनिया धरनास्थल पर आंगनवाड़ी महिलाओं के समर्थन पर रहे।
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आंगनवाड़ी यूनियन के आह्वान पर किये जा रहे आंदोलन व भूख हड़ताल के चौथे दिन सात महिलाएं सरोज नारनौंद, प्रेमवती नारनौंद, कमलेश हिसार, कौशल्या हिसार, राजबाला हिसार व सावित्री हिसार भूख हड़ताल पर बैठी। इसके अलावा संतोष मोठ, चित्रा शेखपुरा, सुनीता डोभी, मुकेश राजपुरा, रामवती कालूवास, ऊषा डाया, रोशनी भिवानी, वेदपती हिसार-2, सावित्री नारनौंद, वीना नारनौंद, सविता ज्ञानपुरा, बिमला राठी, शकुंतला गोयत, राजबाला सहारण, मंतारी मिलगेट व ऊषा शर्मा सहित सैंकड़ों महिलाओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आरोप लगाया कि सरकार उनकी मांगों व समस्याओं को अनसुना कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों पर आरोप लगाया सरकार अपनी जिम्मेवारी से भाग नहीं सकती और देर-सवेर सरकार को आंगनवाड़ी महिलाओं से बातचीत करके उनकी मांगे माननी ही पड़ेगी।
जिला प्रधान बिमला राठी ने कहा कि आंदोलन को लंबा खींचकर सरकार महिलाओं को प्रताडि़त कर रही है, जो निंदनीय है। यदि सरकार में रत्तीभर भी संवेदना है तो उसे तुरंत आंगनवाड़ी महिलाओं से बातचीत करके उनकी मांगे व समस्याएं पूरी करनी चाहिए ताकि लंबे समय से संघर्ष कर रही इन महिलाओं को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि आंदोलन स्थल पर दूसरे संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता आकर आंगनवाड़ी महिलाओं का हौंसला बढ़ा रहे हैं, जिसके लिए आंगनवाड़ी महिलाएं उनकी आभारी है और भविष्य में भी सहयोग बनाए रखने की अपील करती है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ प्रदर्शन के बाद आंगनवाड़ी महिलाओं के धरने पर दिन-प्रतिदिन बढ़ती भीड़ साबित करती है कि महिलाएं इस बार अपनी मांगे मनवाकर ही दम लेंगी।