हिसार (कुलश्रेष्ठ)
स्वास्थ्य विभाग के दवा घोटाले में आज एक टीम हिसार सिविल अस्पताल पहुंची और दस्तावेेजों की जांच आरंभ की। इस जांच में वर्ष 2014, 2015 व 2016 के दौरान खरीदी गई दवाओं के साथ-साथ अन्य सामान की भी जांच करेगी। सूत्रों की मानें तो हर वर्ष होने वाली ऑडिट की विभागीय रिपोर्ट करीबन एक महीना पहले ही तैैयार की गई थी।
आरटीआई के जरिए उजागर हुए इस घोटाले के बाद अब स्थानीय अस्पताल प्रशासन ने एक मॉनिटरिंग और एक इंस्पेक्शन कमेटी बनाने का भी फैसला है, जिसमें डिप्टी सिविल सर्जन स्तर के चिकित्सकों को शामिल किया जाएगा।
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