जनवादी महिला समिति ने किया प्रदर्शन, मुख्यमंत्री के नाम दिया सीएमओ को ज्ञापन, बड़े स्तर पर आंदोलन की चेतावनी
हिसार,
सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने, स्वास्थ्य पर 10 प्रतिशत बजट खर्च करने, सरकारी अस्पतालों में आईसीयू, ऑक्सीजन सप्लाई, दवाई, अल्ट्रासाउंड मशीन व डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने, करोना का फ्री इलाज करने और जांच बढ़ाने आइसोलेशन वार्ड व वेंटीलेटर्स की संख्या बढ़ाने, कोरोना वायरस के अलावा अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों को इलाज मुहैया करवाने बारे तथा निजी अस्पतालों पर सामाजिक नियंत्रण की मांग पर जनवादी महिला समिति की हिसार इकाई ने सरकारी हस्पताल में धरना देकर मुख्यमंत्री के नाम सीएमओ के माध्यम से मांग पत्र भेजा। धरने की अध्यक्षता जिला प्रधान बबली लांबा ने की और संचालन आशा खन्ना ने किया।
धरने को संबोधित करते हुए बबली लांबा ने कहा कि आज जनवादी महिला समिति पूरे देश में आजाद हिंद फौज की रानी लक्ष्मीबाई ब्रिगेड की कैप्टन और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. कैप्टन लक्ष्मी सहगल के स्मृति दिवस पर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए धरना प्रदर्शनों का आयोजन कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य जनता का बुनियादी अधिकार है। कोरोना वायरस महामारी की वजह से पैदा हुए संकट ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की आवश्यकता को एक बार फिर रेखांकित किया है। इस समय स्वास्थ्य क्षेत्र का सरकारी ढांचा ही आम जनता को कोरोना वायरस बीमारी से निजात दिलाने में जी जान से लगा हुआ। सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्य कर्मी इस महामारी से लड़ने में अग्रिम पंक्ति में हैं परंतु हमारे देश में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से निजी करण हो रहा है। स्वास्थ्य पर बजट केवल 2 प्रतिशत ही खर्च किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में किसी भी महामारी से लड़ना बेहद मुश्किल है, इसलिए सरकार को स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च बढ़ाना चाहिए। जनवादी महिला समिति आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाएंगी। इस अवसर पर जिला सह सचिव सुशीला बहबलपुर, जिला उप प्रधान शांति देवी, रोशनी, सुदेश, मीना, कमलेश, सुमन, शकुंतला, भतेरी आदि मौजूद थी।