वाशिंगटन,
जासूस सर्गेई स्क्रिपल पर केमिकल अटैक के मामले में रूस के खिलाफ अमेरिका समेत दुनिया के कई बड़े देश लामबंद हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जासूस पर केमिकल अटैक के मामले में 60 रूसी राजनयिकों को देश छोड़ने का आदेश दे दिया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार अमेरिका सिएटल स्थित रूसी वाणिज्य दूतावास को भी बंद करेगा।
इधर पांच यूरोपियन देशों जर्मनी, पोलैंड, फ्रांस. यूक्रेन और लैटविया ने रूसी राजनयिकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इस मामले में अन्य यूरोपीय देशों ने भी रूसी राजनयिकों पर कार्रवाई की बात कही है। गौरतलब है कि यूरोपीय यूनियन के नेता पिछले हफ़्ते ही इस बात को लेकर सहमत हुए थे कि दक्षिणी इंग्लैंड में पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया पर नर्व एजेंट से हमले के पीछे रूस का हाथ था।
इससे पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने ब्रिटेन और उसके सहयोगी देशों के इन आरोपों को बेतुका बताते हुए खारिज कर दिया था कि चार मार्च को स्क्रिपल (66) और उनकी बेटी यूलिया (33) पर ब्रिटेन के सैलिसबरी में हुए केमिकल अटैक के पीछे रूस का हाथ है।
बता दें कि रूस के सेवानिवृत सैन्य खुफिया अधिकारी स्क्रिपल को ब्रिटेन के लिए जासूसी करने के आरोप में रूस ने वर्ष 2006 में 13 वर्ष की सजा सुनाई थी। हालांकि, बाद में उन्हें माफी मिल गई थी और ब्रिटेन ने उन्हें नागरिकता दे दी थी। वह तब से ब्रिटेन में ही रह रहे हैं।