चरखी दादरी,
विदेश से एमबीबीएस करवाने के एवज में बाप—बेटी ने दो लोगों से साढ़े तेरह लाख रुपए ठग लिए। पुलिस शिकायत में पैसे वापिस मांगने पर बंधक बनाने , जान से मारने की धमकी देने और जबरन हस्ताक्षर करवाने के आरोप लगाए गए है।
ढाणी फौगाट निवासी दीपक ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उसके चाचा की बेटी नवीता और मैंने 12वीं कक्षा के बाद विदेश से एमबीबीएस करना चाहते थे। इसके चलते उसके चाचा कलां सिंह ने महेंद्र को दाखिले के लिए कागजात और 45 हजार रुपए दिए। इसके बाद सितम्बर 2017 में कलां सिंह के पास सुमन का फोन आया। सुमन ने अपना परिचय देते हुए कहा कि वह किरगिस्तान से एमडी कर रही है। उसके पिता अनुप सिंह बीएसएफ में एएसआई के पद पर कार्यरत है। यदि आप अपने बच्चों को विदेश में एमबीबीएस करवाना चाहते हो तो मैं आपकी हेल्प कर सकती हूं।
इसके बाद कलां सिंह सुमन की बातों में आ गया और उसने महेंद्र से कागजात लेकर सुमन को भेज दिए। सुमन ने एक अन्य लङके सन्दीप पुत्र सन्ता सिंह निवासी शिशवाला का भी एडमिशन एमबीबीएस मे करवाने बारे बात बताई थी इस पर मेरे चाचा ने सन्दीप के चाचा सतन कुमार से तसल्ली की तो उन्होंने भी बताया कि मैंने भी अपने भतीजे के कागजात सुमन को दिये है क्योंकि यह हमारे गांव की है तथा इसके पिता अनुप सिंह से मैंने तसल्ली कर ली है।
इस पर मेरे चाचा कलां सिंह ने 19 सितंबर 2017 को 3 लाख रूपये सुमन को दिये। इसके बाद अलग -2 समय पर फीस के नाम पर सुमन को कुल 7,53,000/-रूपये दे दिये तथा महेन्द्र ने 45,000/-रूपये सुमन को सीधे पहुंचा दिये। सुमन ने हमें किरगिस्तान में personagrta company से अपना लिंक बताते हुए विदेश में शिक्षा बारे दाखिल की बात कही। सतन कुमार ने अपने भतीजे सन्दीप के लिए सुमन को कुल 6 लाख रूपये अदा किये। 8 दिसंबर 2017 को मुझे, नवीता व संदीप को सुमन साथ लेकर किरगिस्तान चली गई तथा 6 दिन तक हमें बिस्केक मे रखा तथा बर्फ पङ़ने वाला शहर बता कर 14 दिसंबर 2017 को ओस मे लेकर गई तथा वहां पर फ्लैट मे ठहरा कर 20-22 दिन तक क्लास शुरू ना होने का बहाना करके टाल—मटोल करती रही और आई कार्ड देने का झूठा बहाना देती रही।
वहां से भी औमप्रकाश वासी बहु की मील पर विकास दलाल के माध्यम से तीन लाख रूपये मगंवाये। सुमन व उसके पिता ने हमें ठग लिया है तथा विश्वासघत करते हुए एमबीबीएस में दाखिला के नाम पर osh state university kyrgsthan के फर्जी कागजात दाखिला फार्म तैयार करके हमें दिए है।
जो कि सुमन वहा पर आफताब गुजर व per sonagrta compani से मिलीभगत करके धोखाधङी से हमारे यहा के बच्चों को विदेश मे शिक्षा दिलाने के नाम लोगो से लाखों रूपयें हङप करते आ रहे है। हमने युनिवर्सिटी के उच्च अधिकारियों व भारतीय दुतावास को लिखित में दरखास्त देकर इस घटना बारे अवगत कराया। क्योंकि पहले हमें तीनों को बंधक बना लिया गया था तथा हमें जान से मारने की धमकी दी गई थी। उच्च अधिकारियों ने हमारे सर्टिफिकेट तो दिला दिये थे परन्तु पासपोर्ट व विजा वापिस दिलाने के समय जबरदस्ती दबाव डालकर ड़राते— धमकाते हुये हमसे कागजात पर हस्ताक्षर करवा लिए।
चरखी दादरी पुलिस ने दीपक की शिकायत पर आरोपी बाप—बेटी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज की तफतीश आरंभ कर दी है।