हिसार

देश को पाक, चीन या आतंकवाद की बजाय घटिया राजनीति करने वाले नेताओं से ज्यादा खतरा : किरमारा

हिसार,
हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष दलबीर किरमारा ने कहा है कि हमारे देश को इस समय पाकिस्तान, चीन या आतंकवाद से इतना खतरा नहीं है जितना हमारे ही देश के नेताओं द्वारा की जा रही जातपात व सम्प्रदाय की घटिया राजनीति से है। उन्होंने कहा कि जनता के हित की बात सोचकर उस पर अमल करने की बजाय जनता को धर्म, जाति, क्षेत्रवाद, सम्प्रदाय, मंदिर या मस्जिद के नाम पर लड़ाने वाले नेता आतंकवाद से ज्यादा खतरनाक है।
एक बयान में दलबीर किरमारा ने कहा कि पिछले कुछ समय से देश में जातपात, क्षेत्रवाद, धर्म, सम्प्रदाय, मंदिर व मस्जिद की राजनीति जोर पकड़ रही है और इसके लिए कोई एक दल नहीं बल्कि इन मुद्दों की आड़ में राजनीतिक फायदा देखने वाला हर दल जिम्मेवार है। यदि सत्तापक्ष कुछ करता है तो विपक्ष उसकी आलोचना करेगा और यदि विपक्ष कुछ करेगा तो सत्तादल उसकी आलोचना करना अपना धर्म समझता है। ऐसा करके हर दल जनता को गुमराह करके अपनी-अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकता रहता है और अपनी राजनीति के चलते ये दल जनता को अपनी उंगलियों पर नचाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि हर किसी वर्ग को आंदोलन करने का हक है लेकिन वह आंदोलन शांतिपूर्ण होना चाहिए और उससे किसी दूसरे को तकलीफ नहीं होना चाहिए। जनता को यह बात अच्छी तरह से समझ लेनी चाहिए कि जिस संपति को हम सरकारी समझकर फूंक रहे हैं या तोडफ़ोड़ रहे हैं, वह वास्तव में जनता की संपति है और राजनेता उसे फुंकवाकर तमाशा देख रहे हैं। यदि किसी की निजी संपति को नुकसान पहुंचाया जाता है तो वह हमारे ही भाइयों की है और उसे तोडऩे या जलाने का हमें कोई अधिकार नहीं है।
दलबीर किरमारा ने कहा कि चाहे कोई भी आंदोलन हो, वह न्याय के लिए कम और अपनी राजनीति चमकाने के लिए ज्यादा लड़े जाते हैं। यही कारण है कि अब तक ऐसे आंदोलनों से किसी को कुछ हासिल नहीं हुआ और नेता लोग जानते हैं कि ये लोग हकों से नहीं बल्कि आश्वासन से मानने वाले हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, चीन व आतंकवादियों को देश का दुश्मन समझा जाता है लेकिन ये दुश्मन हमारे उन नेताओं से कम खतरनाक है जो देश में रहकर देश को तोडऩे की फिराक में रहते हैं। जनता को राजनीतिक दलों की ऐसी भाषा समझनी होगी, जिनसे ये लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते हैं। जनता के हर वर्ग को आपस में प्रेम, प्यार व भाईचारे से रहना चाहिए क्योंकि जरूरत पडऩे पर एक-दूसरे का भाईचारा ही काम आता है राजनीति नहीं। यदि हम इन नेताओं की गंदी राजनीति के चक्कर में पड़कर अपना भाईचारा बिगाड़ लेंगे और एक-दूसरे को दुश्मन समझेंगे तो केवल राजनीतिक दलों का ही मतलब हल होगा। उन्होंने सत्तापक्ष व विपक्ष के राजनीतिक दलों से भी अपील की कि वे जनता को आपस में लड़ाने वाली राजनीति करने की बजाय दिन-प्रतिदिन बढ़ती महंगाई, पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस सहित आवश्यक वस्तुओं के बढ़ते दामों पर लड़ाई लड़े और इन्हें नियत्रित करें ताकि देश का आम नागरिक दो वक्त की रोटी ढंग से खा सके।

टीम वर्क के बल पर महज 20 रुपए में शुरु करे बिजनेस..TATA NEXON CAR सहित बोनस और अन्य उपहार करे अपने नाम.. अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।

जीवन आधार पत्रिका यानि एक जगह सभी जानकारी..व्यक्तिगत विकास के साथ—साथ पारिवारिक सुरक्षा गारंटी और मासिक आमदनी और नौकरी भी..अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।

Related posts

बेटियों की माताओं के लिए करवाया जाएगा वुमन फिल्म फेस्टिवल

हिसार : एसबीआई ने वितरित किए करोड़ों रुपए के ऋण

डीएसपी की हत्या निंदनीय, सीबीआई से करवाई जाए जांच : मनोज राठी