कोलकाता,
कठुआ कांड और उन्नाव कांड को लेकर त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इन दोनों घटनाओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिम्मेदार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कठुआ और उन्नाव में नाबालिगों के साथ हुए बलात्कार के मामले घृणित हैं, लेकिन इस तरह की घटनाओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।
वहीं पिछले दिनों त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने दावा किया था कि महाभारत के दिनों में इंटरनेट और अत्याधुनिक उपग्रह संचार प्रणाली मौजूद थी। उनके इस बयान की कड़ी आलोचना हुई। अब त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने उनके बयान का बचाव किया है, उन्होंने कहा कि प्राचीन काल के लोग अतिमानवीय (सुपरह्यूमन) गुणों से संपन्न थे।
उन्नाव और कठुआ की बलात्कार की घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए तथागत रॉय ने कहा कि उन्नाव और कठुआ कांड की तरह साल 1984 में हुई सिखों की हत्याओं की निंदा भी लोगों को करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्नाव और कठुआ के मामले घृणित और दुखद हैं, लेकिन कठुआ और उन्नाव में हुए बलात्कार मामले से प्रधानमंत्री का क्या लेना-देना है।
कोलकाता में त्रिपुरा के राज्यपाल रॉय ने यहां प्रेस क्लब में श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर लिखी गई एक किताब के विमोचन कार्यक्रम से इतर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे गुट जो बलात्कार और हत्या का आरोप प्रधानमंत्री की दर तक ले गए हैं, वह आरोप लगाने और बदनाम करने के अभियान का हिस्सा भर है, क्योंकि चुनाव दूर नहीं है।
यह पहली बार नहीं है, जब तथागत रॉय अपने बयानों से सुर्खियों में हैं। इससे पहले वो पटाखों के शोर की तुलना अजान से करने और पटाखों पर बैन लगाने जैसे बयान देकर विवादों में घिर चुके हैं। इसके अलावा रॉय ने 18 जून की रात श्यामा प्रसाद मुखर्जी की एक डायरी का वो अंश ट्वीट करके विवाद पैदा किया, जिसमें उन्होंने हिंदू-मुस्लिम समस्या के अंत के लिए गृहयुद्ध की बात कही थी।