यमुनानगर,
दूसरी जाति से संबंधित प्रेमी से शादी करने के लिए एक किशोरी ने अपने ही पिता पर यौनशोषण का आरोप लगा दिया। बेटी की शिकायत के बाद पिता को थाने के चक्कर काटने पड़ गए। अब पुलिस जांच में किशोरी के सारे आरोप निराधार पाए गए। किशोरी ने पुलिस को लिखित में दिया कि उसने यह आरोप अपने पिता को फंसाने के लिए लगाए थे, ताकि वो अपने प्रेमी से शादी कर सके। बयान होने के बाद किशोरी को उसके मामा के घर भेज दिया गया।
जगाधरी की एक कॉलोनी निवासी 17 वर्षीय किशोरी ने महिला थाना में शिकायत दी थी कि जब वह 14 साल की थी तब से पिता उसका यौनशोषण कर रहा है। वह उसे कमरे में बंद रखता था। इसकी जानकारी उसकी मां व भाई को भी है। परिवार के सदस्य उसके साथ मारपीट करते हैं।
मामला गंभीर होने के कारण पुलिस भी जांच में जुट गई। पुलिस ने उसके पिता व अन्य परिजनों को थाने में बुला लिया। शनिवार को किशोरी उस वक्त थाने में ही बैठी थी जब उसके घरवालों को बुलाया गया तो इसी बीच किशोरी बाथरूम का बहाना बनाकर वहां से चली गई। वह बाथरूम की चाबी भी अपने साथ लेकर चली गई।
उसका पिता व अन्य लोग थाने में पहुंच गए। थाना जीआरपी एसएचओ बृजपाल राणा ने किशोरी को रेलवे स्टेशन के आसपास घूमते देखा तो शक के आधार पर उससे पूछताछ की। इसके बाद एसएचओ ने महिला थाने में सूचना दी, पुलिस किशोरी को अपने साथ थाने में ले आई।
पिता ने कहा, वो उसकी शादी से सहमत नहीं
किशोरी के पिता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसकी बेटी अभी नाबालिग है। वह दूसरी जाति के लड़के से शादी करना चाहती है। परंतु वह और परिवार का कोई भी सदस्य इससे सहमत नहीं है। उक्त आरोप लगाकर वह उस पर शादी का दबाव बनाना चाहती थी।
आरोप झूठे पाए गए : शीलावंती
महिला थाना की एसएचओ शीलावंती का कहना है कि नाबालिग ने अपने पिता पर यौन शोषण के जो आरोप लगाए थे वो जांच में झूठे पाए गए। लड़की अपनी पसंद के लड़के से शादी करना चाहती थी लेकिन उसका पिता सहमत नहीं था। लड़की के बयान लेकर उसकी काउंसलिंग की गई है। उसे उसके मामा के पास भेज दिया है।
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