आदमपुर (अग्रवाल)
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अधिकारियों की मनमानी के खिलाफ आदमपुर की अनाज मंडी में व्यापारियों और किसानों ने मिलकर हड़ताल कर दी। इस दौरान अनाज मंडी में जोरदार प्रदर्शन किया गया और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद मार्केट कमेटी के कार्यालय में व्यापारियों ने धरना भी दिया।
ये है कारण
व्यापारियों का आरोप है कि फर्द के नाम पर गेहूं की खरीद को बंद कर रखा है। इससे आढ़ती और किसान दोनों परेशान हो रहे है। गेहूं का उठान न होने के कारण आढ़तियों को पेमेंट नहीं मिल पा रही है। पेमेंट न मिलने के कारण किसान और आढ़ती दोनों तंगहाली के दौर से गुजर रहे है। वहीं मार्केट कमेटी के अधिकारी व्यापारियों की समस्या सुनने के स्थान पर बार-बार लाइसेंस रद्द करने की धमकी देकर धमकाने का प्रयास करता है। व्यापारियों का आरोप है कि गेहूं के इस सीजन में आदमपुर में व्यापारियों को अधिकारियों ने इतना अधिक तंग कर रखा कि उन्हें मजबूर होकर हड़ताल करनी पड़ रही है।
फर्द पर क्यों पंगा
आदमपुर की अनाज मंडी में बड़ी संख्या में साथ लगते राजस्थान के किसान भी अपनी उपज लेकर आते है। आढ़तियों का कहना है कि जब वे किसान हरियाणा सरकार को सरसो, ग्वार, चने, मूंग और कपास में मार्केट फीस व अन्य टैक्स देते है तो गेहूं बेचने के लिए वे किसान कहां जाए। आढ़तियों का कहना है कि केंद्र सरकार का कहना है कि किसान अपना अनाज कहीं पर भी बेच सकता है तो फिर प्रदेश सरकार और उनके अधिकारी क्यों सीमावर्ती किसानों की गेहूं खरीदने में आनाकानी कर रहे है।
पैसा लेकर भी काम नहीं
व्यापारियों का आरोप है कि अधिकारी वर्ग उनसे ही बात का पैसा ले रहे है लेकिन इसके बाद भी उनको तंग किया जा रहा है। गेहूं उठान के नाम पर पैसा की मांग की जा रही है। 4 रूपए बैग तक पैसे लिए जा रहे है। गेहूं तुलाई के नाम पर 25 पैसे बैग के लिए जा रहे है। घटती के नाम पर 250 ग्राम गेहूं ज्यादा ली जा रही है। सफाई के नाम पर अलग से पैसा लिया जा रहा है। बैग पर टेग लगाने से लेकर सिलाई तक के पैसे लिए जा रहे है। जब अधिकारी वर्ग इतने पैसे ले रहे तो फिर व्यापारियों को क्यों नजायज रूप से तंग किया जा रहा है।
गेटो पर लगाया ताला
गेहूं खरीद और उठान न होने से परेशान व्यापारियों ने अनाज मंडी के सभी गेटों पर ताला लगा दिया। व्यापारियों और किसानों के गुस्से को देखते हुए पुलिस और नायब तहसीलदार ललित जाखड़ मौके पर पहुंचे। नायब तहसीलदार ने व्यापारियों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। लेकिन व्यापारी मामले में आलाधिकारियों को मौके पर बुलाकर अनाज मंडी के निरीक्षण करने की मांग कर रहे है।
भाजपा सरकार में अधिक भ्रष्टाचार
ईमानदारी का ढ़ोल पीटने वाली भाजपा सरकार में अनाज मंडी में भ्रष्टाचार काफी बढ़ चुका है। सरसों की खरीद आधे से अधिक दो नंबर में की गई। अब गेहूं की खरीद में आरंभ से ही भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा है। बार-बार इसकी शिकायतें निगरानी कमेटी, जिलाध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारियों से लेकर सरकार के मंत्रियों से तक व्यापार मंडल भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा चुका है लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात वाला ही रहा है।
अधिकारियों ने बताया विभाग के आदेश
वहीं अधिकारियों ने साफ किया की फर्द की मांग ये निश्चित किए जाने के लिए की जा रही है कि गेहूं हरियाणा के किसानों की ही है। उन्होंने विभाग द्वारा जारी हुए पत्र की काॅपी दिखाते हुए कहा कि उच्चाधिकारियों ने लिखित में आदेश दिए है कि दूसरे राज्यों से आने वाली गेहूं पर नकेल कसी जाए। इसके चलते ही फर्द की मांग की जा रही है।
खाद्य आपूर्ति विभाग ने लिखा पत्र
मार्केट कमेटी के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें खाद्य आपूर्ति विभाग ने पत्र लिखकर प्रदेश के किसानों की गेहूं ही लिखने का निर्देश दिया है। पत्र में विभाग ने आशंका जताई है कि कुछ व्यापारी दूसरे प्रदेशों से सस्ती गेहूं खरीदकर यहां सरकार को महंगे भाव में बेचकर स्थानीय किसानों के हितों पर कुठारघात कर रहे है।