नई दिल्ली।
अगर आप परिश्रमी है और कुछ कर दिखाने को बेताब है तो आपकी जिंदगी बदल सकती है, ऐसा ही हुआ अंबूर अयप्पा के साथ। गरीबी में जीवन यापन करने वाले अंबूर अयप्पा की जिंदगी परिश्रम के बल पर बदल गई। 12 साल पहले डिलिवरी मैनेजर के तौर पर काम करने वाले अंबूर अयप्पा आज करोड़पति हैं। वह फ्लिपकार्ट में काम करते हैं।
अयप्पा तमिलनाडु के वेल्लोर जिला स्थित अंबूर के रहने वाले है। अंबूर में अपनी शुरुआती पढ़ाई करने के बाद वह डिप्लोमा करने के लिए होसुर आ गए। डिप्लोमा पूरा करने के बाद उन्हें भारी वाहन बनाने वाली कंपनी अशोक लीलैंड में अप्रेन्टिसशिप मिल गई।
कुछ समय बाद वह बेंगलुरु आ गए और यहां पर उन्होंने फर्स्ट फ्लाइट कुरियर में डिलिवरी बॉय की नौकरी जॉइन कर ली। वहां पर अपने चार साल के करियर में वह साउथ बेंगलुरु के लिए आने वाले सभी कुरियरों को मैनेज करने का काम करते हुए एक दिन उन्हें लगा कि खुद की प्रतिभा निखारने के लिए उन्हें तीन महीने का एक कोर्स करने की जरूरत है। इसके लिए वह कंपनी से छुट्टी लेकर कोर्स करने चले गए। जब वह वापस लौटे तो फर्स्ट फ्लाइट में उनके लिए जगह खाली नहीं थी। उस दौरान फर्स्ट फ्लाइट फ्लिपकार्ट के चार कुरियर पार्टनर्स में से एक था। फ्लिपकार्ट की पहचान भी तब बुकसेलर साइट के रूप में थी। अयप्पा को फ्लिपकार्ट का कामकाज देखने वाले एक डिलिवरी बॉय से पता चला कि कंपनी को एक इनहाउस लॉजिस्टिक पर्सन की जरूरत है।अयप्पा इसके बाद फ्लिपकार्ट के ऑफिस गए और कंपनी के फाउंडर्स सचिन बंसल और बिन्नी बंसल से मुलाकात की। वह याद करते हुए बताते हैं कि फाउंडर्स ने उनके साथ इंग्लिश में बातचीत की थी और पूरी बात डिलिवरी से संबंधित थी। उन्हें नौकरी मिल गई और फ्लिपकार्ट के पहले एंपलॉयी बन गए।
वह बताते हैं कि उन्हें करीब एक साल बाद ऑफर लेटर मिला क्योंकि उस दौरान कंपनी में कोई एचआर टीम नहीं थी। अयप्पा की पहली सैलरी 8,000 रुपये से भी कम थी। हालांकि उन्हें इस नई कंपनी में कुछ शेयर मिले जो कि उनके लिए बोनांजा साबित हुआ क्योंकि जैसे-जैसे कंपनी बढ़ती गई उनके शेयरों की कीमत भी बढ़ती गई।
अयप्पा ने बताया कि वह दो बार अपने शेयर्स बेच चुके हैं। एक बार 2009-10 में जब उनकी शादी हो रही थी और दूसरी बार 2013 में।
आज वह कंपनी में बतौर असोसिएट डायरेक्टर (मैनेजिंग कस्टमर्स एक्स्पीरियंस) काम कर रहे हैं। मौजूदा समय में उनकी सैलरी 6 लाख रुपये है। अपनी पत्नी, मां और दादी के साथ अयप्पा आज भी उसी जगह रह रहे हैं जहां पर वह एक दशक पहले रहते थे।
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