नई दिल्ली,
भिवानी से कानपुर जाने वाली कालिंदी एक्सप्रेस में यात्रियों से अवैध वसूली का विरोध करने पर जीआरपी के सिपाहियों ने रेलवे के दो टीटीई की जमकर पिटाई कर दी। जीआरपी के सिपाहियों का कहर यहीं नहीं रुका, उन्होंने ट्रेन में सवार मुसाफिरों से न केवल मारपीट की बल्कि उनके पास मौजूद नगदी और पहचान पत्रों को जबरन छीन लिया।
ट्रेन में अपनी हर हद को लांघ चुके इन दोनों सिपाहियों के खिलाफ पीड़ित टीटीई ने साहिबाबाद जीआरपी थाना में मामला दर्ज करा पूरी घटना की जानकारी जीआरपी मुख्यालय को भेज दी है। वहीं अपनी ‘करनी’ में खुद को फंसता देख दोनों सिपाहियों ने भी पीड़ित टीटीई के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। जीआरपी के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रथमदृष्टया दोषी मानते हुए दोनों सिपाहियों को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, यह मामला भिवानी से कानपुर जाने वाली कालिंदी एक्सप्रेस (14724) का है। आरोप है कि ट्रेन की सुरक्षा में तैनात जीआरपी के सिपाही गंभीर सिंह और सतेंद्र सिंह कोच संख्या S-4 में यात्रियों से अवैध वसूली कर रहे थे। जिसने रुपए दिया तो ठीक, नहीं तो दोनों सिपाहियों की बेरहम मार को झेल रहे थे। इसी बीच, किसी यात्री ने दोनों सिपाहियों की करतूर के बाबत ट्रेन के हेड टीटीई सीपी गर्ग को जानकारी दी।
हेड टीटीई सीपी गर्ग अपने साथी टीटीई सरतलाल मीणा के साथ S-4 कोच में पहुंच गए। अवैध वसूली पर उन्होंने एतराज जताया तो दोनों सिपाहियों ने उन पर भी हमला कर दिया। दोनों सिपाही हेड टीटीई सीपी गर्ग और टीटीई सरतलाल मीणा को बेहरमी से पीटने लगे। पहले कोच में मौजूद यात्री डर के चलते मूकदर्शक बने देखते रहे। कुछ देर बाद कुछ यात्रियों ने हिम्मत जुटाई और दोनों टीटीई को सिपाहियों के चंगुल से आजाद कराया। दोनों टीटीई ने तत्काल इस पूरी घटना के बाबत रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों की इसकी जानकारी दी।