कुरुक्षेत्र,
फतेहाबाद निवासी जगतपाल सिंह ने कुरुक्षेत्र के होटल मेजबान में अपनी प्रेमिका के साथ आत्महत्या कर ली। आत्महत्या का कारण उसने एक सामाजिक बुराई का बताया। हालांकि दोनों अब दुनियां को अलविदा कह चुके है लेकिन उनके खौफनाक कदम ने सामाजिक बुराई की तरफ ध्यान अवश्य खींच लिया है।
ये लिखा है सुसाइड नोट में
जगतपाल सिंह द्वारा जो सुसाइड नोट लिखा गया उसके अनुसार वह मीना को काफी समय से जानता था। दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे तथा एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। एक माह पहले ही मीना के परिवार वालों ने मीना की शादी उसके भाई के साले से कर दी। इसके बाद से दोनों परेशान रहने लगे। मीना अपने परिजनों के सामने अपनी शादी का विरोध नहीं कर पाई। इसके बाद ही दोनों ने यह कदम उठाने का फैसला लिया।
अट्टा—सट्टा का बताया सामाजिक बुराई
जगतपाल अपने सुसाइड नोट में बार-बार यही कह रहा है कि अट्टा सट्टा नहीं होना चाहिए। अट्टा सट्टा के अनुसार कोई परिवार जिस घर से अपने बेटे के लिए बहू लाता है, उस घर में बहू के भाई के साथ अपनी बेटी की शादी करता है। अट्टा—सट्टा के तहत ही मीना की शादी उसके भाई के साले से तय की गई थी जिससे मीना खुश नहीं थी। वह जगतपाल से शादी करना चाहती थी। जगतपाल ने आगे लिखा है कि मैं उम्मीद करता हूं कि इसके बाद बदले की शादी में किसी लड़की को जान नहीं गंवानी पड़ेगी। मुझे पता है मैं गुनाह कर रहा हूं लेकिन मैं मजबूर हूं। मैं चाहता हूं कि किसी लड़की को मजबूर न किया जाए, मास्टर डिग्री होने पर भी किसी को बदले में शादी करनी पड़े तो वो सिर्फ एक जिंदा लाश होती है।
बदले की प्रथा हो बंद
हम दोनों अलग-अलग मरना चाहते थे, लेकिन जब प्यार साथ किया है तो मरना भी साथ-साथ ही है। यही फैसला करके हम यहां आए और अपनी लाइफ ऑफ कर दी है। हम अपनी जिंदगी जीना चाहते थे, लेकिन समाज के उसूल और झूठी शान हमें अच्छी नहीं लगती, पता नहीं क्यों आज भी इस दुनिया में लड़कियों को वो इज्जत नहीं मिली जिसकी वो हकदार हैं। हमारे समाज में आज भी लड़कियों को यूज करने का रिवाज है। मुझे समझ में नहीं आता कि क्यों आज भी हम बदल नहीं पाए। मैं चाहता हूं कि समाज बदले और ये बदले की प्रथा बंद हो साथ ही जाति पाति के बंधन से ऊपर उठें। मैं यूथ से उम्मीद करता हूं और ये मेरी आखिरी इच्छा है कि कोई भी अपनी बहन के बदले शादी नहीं करे, क्योंकि बहन हमेशा भाई को आबाद देखना चाहती है और हमेशा अपनी खुशियां कुर्बान कर देती है।
भाई के लिए लिखा संदेश
जगतपाल ने अपना पूरा सुसाइड नोट अपने बड़े भाई कुलदीप को संबोधित करते हुए लिखा है। उसने लिखा है कि प्लीज भाई, मां बाप को कभी मेरी कमी महसूस मत होने देना और उनको दवाइयां टाइम पर देना। भाई, मैं आप सबसे बहुत प्यार करता हूं, लेकिन मेरी कुछ मजबूरी है। मैं इससे ज्यादा नहीं जी सकता। प्यार चाहिए था जो मुझे कहीं नहीं मिला,अब मैं मरने जा रहा हूं। उसने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि कोई भी बेटी बदले में नहीं ब्याही जाए।