भटिंडा,
अमेरिका की रहने वाली एक महिला से फेसबुक पर दोस्ती करना भटिंडा के एक युवक को महंगा पड़ा। इस फ्रेंडशिप के बदले में युवक को 60 लाख रुपये गंवाने पड़े। महिला और उसके सहयोगियों ने उन्हें कैंसर की दवा बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायनों की आपूर्ति के लिए भारी मात्रा में पैसे भेजने का वादा किया था। पीड़ित विवेक कुमार की शिकायत पर भटिंडा पुलिस ने ब्रिटेन, मुंबई, सिक्किम और लखनऊ के छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र का मामला दर्ज कर लिया है। कुमार ने इंग्लैंड में मेट्रोपॉलिटन पुलिस से भी संपर्क किया है और इस मामले में लंदन में भारतीय उच्चायोग से संपर्क करने की योजना बना रहे है।
कुमार की फार्मास्युटिकल उत्पादों की एक फर्म है। दिसंबर 2017 में, वह फेसबुक के माध्यम से यूके की विवियाना से जुड़े। विवियाना ने खुद को ब्रिटेन में एक फार्मास्यूटिकल कंपनी ‘बेटर लाइफ फार्मास्यूटिकल्स’ का सेक्रटरी बताया, जो दक्षिण अफ्रीका और भारत से कुछ हर्बल समाधान आयात करके कैंसर के इलाज के लिए दवा तैयार करता है। कुमार ने आरोप लगाया कि विवियाना ने उन्हें अपनी फर्म को तरल बारोसमा बेटुलिना वीवी रसायन आपूर्ति करने के बदले अच्छा पैसा देने की पेशकश की। उन्होंने कहा कि उसने उन्हें भारत के एक विक्रेता का नंबर दिया, जिससे उन्हें यूके को आगे आपूर्ति करने के लिए रसायन मिल सकता है।
जनवरी में विवियाना ने उनसे कहा कि उनका मालिक उन्हें बुलाएगा और पूरी डील की जानकारी देगा। तीन दिनों के बाद कुमार को फोन आया और 300 लीटर तरल की मांग की गई। कुमार ने तब सिक्किम में एक विक्रेता संगीता शर्मा से संपर्क किया, जिन्होंने बताया कि तरल के लिए प्रति लीटर 4 लाख रुपये खर्च होंगे। आरोप है कि संगीता ने उनसे तीन बार 20 लाख रुपये ले लिए ताकि उन्हें रसायन भेजा जा सके। बाद में उन्हें नेपाल में एक प्रयोगशाला से अनुमोदित लाइसेंस प्राप्त कर यूके को तरल निर्यात करने के लिए 65,000 डॉलर का भुगतान करने के लिए कहा गया। इस पर कुमार को शक हुआ।
कुमार ने कहा कि उन्होंने नेपाल में दवा विभाग को फोन किया, जहां से उन्हें पता चला कि इस तरह का कोई लाइसेंस जारी नहीं किया गया था। इसके बाद उन्होंने भटिंडा पुलिस से संपर्क किया।