फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
हरियाणा की भाजपा सरकार प्रदेश में भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने के चाहे कितने भी दावे करे, लेकिन सरकारी महकमों के बाबू सरकार के इन दावों को खोखला साबित करने पर तुले हैं। फतेहाबाद में भ्रष्टाचार से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। इसमें एसडीएम ऑफिस का कर्मचारी एक शख्स से जन्म प्रमाण पत्र जारी करने की फ़ाइल पास करने की एवज में 300 रुपये की डिमांड करता दिखाई दे रहा है।
इस वीडियो को खुद पीड़ित युवक ने शूट किया है और 300 रुपये की डिमांड करने वाला एसडीएम आफिस का कर्मचारी न केवल अपने हिस्से के रुपये देने की बात कर रहा है बल्कि डीसी आफिस में भी फ़ाइल को पास करने वाले डीसी ब्रांच के कर्मचारी के हिस्से के पैसों का हिसाब-किताब समझा रहा है।
कर्मचारी कहता है कि डीसी आफिस के संबंधित कर्मचारी को भी 300 रूपये देने होंगे…और हुआ भी यही, पैसे न देने पर डीसी आफिस में यह फ़ाइल पास करने की बजाय ऑब्जेक्शन के साथ वापिस लोटा दी गई। वीडियो शूट करने वाले फतेहाबाद निवासी नवनीन ने बताया कि वह 2 महीने से अधिकारियों के चक्कर काट रहा है और अब आख़िरकार उससे पैसों की डिमांड की गई है। नवनीत ने कहा कि 2 महीने के दौरान उसने देखा कि किस तरह लघु सचिवालय में आम जनता को छोटे-छोटे काम के लिए पैसे देने पड़ते हैं और कर्मचारी अपनी मनमर्जी चलाकर घूसखोरी का खेल खेल रहे हैं।
नवनीत ने बताया कि एसडीएम ने उसकी फ़ाइल के सभी दस्तावेज जांच करके इसे मंजूर कर डीसी आफिस को प्रेषित कर दी, लेकिन एसडीएम आफिस में बैठे एक कर्मचारी ने उसकी फ़ाइल को जानबूझकर रोके रखा और 300 रुपये की डिमांड की। इसके बाद डीसी आफिस में भेजने पर भी उसे कहा गया कि डीसी आफिस के कर्मचारी को भी 300 रुपये रिश्वत देनी होगी।
आरोप है कि रिश्वत मांगने की वीडियो बनने की भनक लगने पर डीसी आफिस के कर्मचारी ने ऑब्जेक्शन लगाकर उसकी फ़ाइल वापिस लौटा दी। यह पूरा मामला डीसी डॉ. हरदीप सिंह के संज्ञान में आने के बाद डीसी ने जांच के आदेश दिए हैं। डीसी ने कहा है कि पूरे मामले की जांच करवाकर आरोपी कर्मचारियो के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीसी ने कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं है और इस करने वाला चाहे कोई भी, सख्त कार्रवाई की जाएगी।