हरियाणा हिसार

चंबल के बीहड़ों से आया किसानों का अनोखा मित्र

आदमपुर,
गांव चूली बागडिय़ान में मंगलवार को वन्य प्राणी प्रजाति का क्रेस्टेड पॉरकपाइन (सेही) नामक अनोखा जानवर मिला है। गांव के बैनीवाल फार्म हाऊस में लगे ट्यूववैल के कुएं में मिले सेही को देखकर ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन्य प्राणी विभाग को दी। सूचना मिलते ही मंंडलीय वन्य प्राणी अधिकारी आर.के. जांगड़ा ने टीम बनाकर मौके पर भेजा। निरीक्षक सुरेंद्र कुमार की देखरेख में टीम ने मौके पर ग्रामीणों की सहायता से आपदाग्रस्त सेही को रेस्क्यू किया। जिसके बाद पशु चिकित्सक डा.अमन नागरु भी पहुंचे। टीम ने दुर्लभ प्रजाति के इस वन्य प्राणी के स्वास्थ्य की जांच कर उसे सुरक्षित रहवास में छोड़ दिया गया।
दुश्मन के ऊपर फैंकता है कांटा
विभाग के उप निरीक्षक दिनेश जांगड़ा ने बताया कि कांटों से भरा यह जानवर बहुतायात चंबल के बीहड़ों में घूमता दिखाई देता है बाकि देश के अन्य सुरक्षित क्षेत्रों में भी पाया जाता है। चूहे से थोड़ा बड़ा यह जानवर दुश्मन के ऊपर मिसाइल जैसा कांटा भी फैंकता है। इस अनोखे जानवर का नाम है सेही है जिसे अंग्रेजी में क्रेस्टेड पॉरकपाइन कहते हैं। सेही का वजन मुश्किल से 15 किलो तक होता है और उसके कांटे 50 से.मी. तक लंबे हो सकते हैं। इसके पूरे शरीर पर बालों की जगह नुकीले कांटे होते हैं। दुश्मन से बचाव के लिए सेही मिसाइल की तरह कांटे फैंकता है। इससे दुश्मन घबराकर भाग खड़ा होता है जिससे यह अपना बचाव कर लेता है। यह वन्य प्राणी पेड़ों की छाल, छोटे-मोटे वनस्पतियों पर आधारित रहता है। यह वन्य प्राणी दिन में बिल या वनस्पतियों के झूरमट में छुप जाता है। इस वन्य प्राणी से मनुष्य या खेतीवाड़ी को कोई नुकसान नही है। सेही किसान का मित्र वन्य प्राणी है। यह छोटे-मोटे कीट प्राणियों का भक्षण करता है जो खेतीबाड़ी में किसानों को नुकसान पहुंचाते है। गौरतलब है कि कुछ माह पहले भी गांव में ब्रह्मी नामक अजगर मिला था। ग्रामीण भी वन्य प्राणियों को मारने की बजाए विभाग को सूचना देकर जीवों के बचाव के लिए प्रयास करते है। गौशाला प्रधान देवीलाल बैनीवाल, पंचायत समिति सदस्य सुधीर बैनीवाल, आत्माराम, ओमप्रकाश, दलबीर सिंह, कुलवीर बैनीवाल आदि ग्रामीणों ने बताया कि पहले यहां काफी वन्य प्राणी घूमते थे। लेकिन समय के साथ-साथ संरक्षण के अभाव में दुर्लभ प्रजाति के जीवों की संख्या कम होती चली गई। सेही प्रजाति से मिलता-जुलता सेहला (हैजहोग) कांटा चुहा काफी मात्रा में पाया जाता है। जो चुहे व दुश्मन कीट को खाता है और किसानों का मित्र है।

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