जोधपुर,
सेंट्रल जेल में बंद पाली के एक हिस्ट्रीशीटर सुरेश ने टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर जेल में बैठे बैठे ही 15 लाख की ठगी को अंजाम दिया। सुरेश ही बड़ी ही चालाकी के साथ कोलायत के एक खनन व्यापारी को फोन कर उससे 15 लाख रुपये ठग लिए। दरअसल, सुरेश ने खनन व्यापारी केबी गुप्ता को फोन कर बीकानेर के एमएलए भंवर सिंह भाटी की आवाज में बात कर ठगा।
आपको बता दें कि यह मामला 17 जुलाई का है। सुरेश ने 17 जुलाई को खनन व्यापारी केबी गुप्ता को फोन किया और जयपुर के एक हॉस्पिटल में पैसों की जरूरत बता कर 15.5 लाख रुपये ठग लिए। हालांकि, हैरत की बात यह है कि पीड़ित व्यवसायी केबी गुप्ता यह समझ ही नहीं पाया कि यह आवाज उनके दोस्त एमएलए की नहीं है। व्यवसायी केबी ने अपने दोस्त की मेडिकल परेशानी समझते हुए जयपुर में ही अपने जानने वाले व्यवसायी राजेश अग्रवार को फोन कर पैसा दिलवा दिया।
पीड़ित केबी गुप्ता को इस ठगी के बारे में उस वक्त पता चला जब उन्होंने भंवर सिंह भाटी का हालचाल जानने के लिए फोन किया। इसके बाद राजेश अग्रवाल ने वीकेआई पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करवाई। एमएलए ने भी राज्य गृहमंत्री, डीजीपी, कमिश्नर और डीएसपी से बात कर मामले में जल्द कार्रवाई कराने की बात की। जब पुलिस ने बदमाश के फोन की लोकेशन निकलवाई तो उन्हें पता चला कि यह फोन जोधपुर के रातानाड़ा एरिया से किया गया था।
वीकेआई थानाधिकारी कैलाश जिंदल ने शक के आधार पर पाली के बदमाश सुरेश घींचा की जानकारी निकलवाई तो उन्हें पता चला कि वह जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद है। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने जेल प्रशासन से बात कर सर्चिंग कराई तो फोन और सिम कार्ड मिला।
टेक्नोलॉजी का किया चालाकी से इस्तेमाल
आपको बता दें कि इस घटना को अंजाम देने के लिए बदमाश ने बड़ी ही चतुराई के साथ टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया था। बदमाश ने ट्रू कॉलर का इस्तेमाल कर अपने नंबर को भंवर सिंह के नाम से सेव किया और इस ऐप पर उनकी तस्वीर भी लगाई जिससे व्यापारी केबी गुप्ता इस बात की भनक तक नहीं लगा पाए कि यह फोन उनके दोस्त ने नहीं बल्कि किसी अन्य व्यक्ति ने किया है।