नई दिल्ली,
7वें वेतन आयोग की मांग को लेकर भारतीय रेल के हजारों स्टेशन मास्टर आज हड़ताल पर है। ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन (AISMA) ने यह 24 घंटे की हड़ताल बुलाई है। उनकी मांग है कि 7वें वेतन आयोग में स्टेशन मास्टरों के साथ किए गए भेदभाव को खत्म किया जाए। एसोसिएशन का दावा है कि 7वें वित्त आयोग की सिफारिशों के लागू होने से उनका प्रमोशन का स्कोप खत्म हो गया है। एसोसिएशन के मुताबिक स्टेशन मास्टर को पूरे कॅरियर में सिर्फ एक प्रमोशन मिलेगा। ऐसा 7वें वित्त आयोग के अंतर्गत हुआ है। एसोसिएशन का कहना है कि इससे स्टेशन मास्टर की प्रगति रुक जाएगी।
रेल राज्य मंत्री प्रतिनिधिमंडल से मिला
हड़ताली स्टेशन मास्टरों का कहना है कि नए वेतन आयोग में सिर्फ दो पे स्केल-4200 रुपए और 4600 रुपए है। इसका मतलब उन्हें पूरे कॅरियर में सिर्फ एक प्रमोशन मिलेगा। एसोसिएशन ने तीसरे मॉडिफाइड एश्योर्ड कॅरियर प्रोग्रेशन स्कीम (MACPS) के लाभ मांगे हैं। इसमें स्टेशन मास्टर के स्ट्रेस और सेफ्टी एलाउंस का प्रावधान है। एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल रेल राज्य मंत्री राजेन गोहेन से मिला था। उन्होंने अपना मांग पत्र मंत्री को सौंपा है।
रेलवे ने RPF से स्थिति संभालने को कहा
इस बीच, भारतीय रेल ने रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) से कहा है कि इस हड़ताल के कारण किसी भी तरह की अनहोनी नहीं होनी चाहिए। आरपीएफ को हिदायत की गई है कि वह रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा और ट्रेनों की आवाजाही में रेल कर्मचारियों का सहयोग करें। इसके लिए वह स्थानीय अधिकारियों और प्रशासन की मदद ले सकते हैं। ट्रेनों के आने-जाने में कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। उधर, एसोसिएशन ने कहा है कि वह ट्रेन सेवा नहीं रोकेगी और स्टेशन मास्टर अपनी ड्यूटी के आधार पर काम करेंगे।