हरियाणा

पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन मिले राहुल गांधी से—चर्चाओं का दौर हुआ आरंभ

नई दिल्ली,
पूर्व मुख्यमंत्री चौ.भजनलाल के सपुत्र एवं हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री चौधरी चंद्रमोहन बिश्नोई ने राहुल गांधी से मुलाकात कर हरियाणा के आगामी चुनावों के बारे में चर्चा की। चन्द्र मोहन की राहुल ग़ांधी से मुलाकात के बारे राजनैतिक समीक्षक मानते हैं कि चन्द्र मोहन ने कुलदीप बिश्नोई को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनवाने की खुली वकालत कर जातिगत और तथ्यात्मक तरीके से रखी है। यह सर्वविदित है कि राजनीति में चन्द्र मोहन की राहुल ग़ांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद यह पहली मुलाकात थी।
कुलदीप बिश्नोई को चौ.भजनलाल के राजनैतिक उत्तराधिकारी के रूप में कांग्रेस में स्थापित करने के लिए चंद्रमोहन की यह मुलाकात काफी महत्वपूर्ण समझी जा रही है। चंद्रमोहन 4 बार विधायक व एक बार उप मुख्यमंत्री रहे। चौ. भजनलाल की राजनैतिक विरासत को संभालने के लिए चन्द्र मोहन व कुलदीप ने अपने बेटों के साथ राजनैतिक गतिविधियां बढ़ा दी हैं।
हरियाणा में बीजपी नॉन जाट के नाम पर 2014 में हरियाणा में सत्ता आई थी। आगामी विधानसभा चुनावों में भी बीजेपी पंजाबी चेहरे मनोहरलाल पर चुनाव लडऩे का ऐलान हो चुका है। कांग्रेस के पास पंजाबी बिरादरी पर पकड़ वाले सबसे मजबूत चेहरा कुलदीप बिश्नोई व चन्द्र मोहन बिश्नोई का है। चन्द्र मोहन खुद यह घोषणा कर चुके हैं कि परिवार में चाहे वह ज्येष्ठ पुत्र हों मगर राजनैतिक रूप से उनके नेता उनके अनुज कुलदीप बिश्नोई हैं।
सूत्रों के अनुसार नॉन जाट मतदातओं को कांग्रेस की तरफ आकर्षित करने के लिए राहुल गांधी ने चन्द्र मोहन बिश्नोई से खुल कर चर्चा की है। चौ.भजनलाल के नाम पर जो राजनैतिक वोट बैंक व जनाधार हरियाणा में है उसको कांग्रेस की तरफ पूरी तरह जोडऩे के लिए फार्मूलों पर भी चर्चा की गई है। बीजेपी के शहरी वोट बैंक के आधार पर सेंध लगाने के लिए कांग्रेस की भविष्य की रणनीति में चन्द्र मोहन को भी कांग्रेस जिम्मेदारी दे सकती है।

जीवन आधार पत्रिका यानि एक जगह सभी जानकारी..व्यक्तिगत विकास के साथ—साथ पारिवारिक सुरक्षा गारंटी और मासिक आमदनी और नौकरी भी..अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।

Related posts

सरकार इनकम टैक्स छूट सीमा 5 लाख रुपए वार्षिक करे—बजरंग दास गर्ग

हरियाणा सरकार पत्रकारों को प्रति माह 10,000 रुपए पेंशन देंगी

अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों को मिली पूरे सत्र की मान्यता