हिसार

पर्यावरण के सच्चे संरक्षक थे गुरु जाम्भोजी महाराज- दुष्यन्त चौटाला

हिसार,
आज से लगभग 533 वर्ष पूर्व गुरु जम्भेश्वर ने पर्यावरण, भूजल संरक्षण, जीव रक्षा सहित जीवन मे नैतिकता की पालना पर बल देते हुए बिश्नोई पंथ की स्थापना की थी। जिसे आज भी बिश्नोई समाज के साथ साथ अन्य समाज के लोग भी मानते आ रहे है और आज भी गुरु जाम्भोजी को पर्यावरण के सच्चे संरक्षक के रूप में जाना जाता है। यह बात इनेलो संसदीय दल के नेता व हिसार से युवा सांसद दुष्यंत चौटाला ने बिश्नोई समाज व प्रदेश वासियो को गुरुजम्भेश्वर के जन्म दिवस व कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते हुए कही। उन्होंने कहा कि गुरु जाम्भो जी ने उस वक्त भविष्य में आने वाले खतरे को भांपते हुए लोगो को पेड़ों और जीवो की रक्षा का पाठ पढ़ाया था, क्योंकि बिना पर्यावरण संरक्षण के प्रकृति का संतुलन बनाये रखना असंभव है। सांसद ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार यह दिव्य संदेश देने वाले गुरु जाम्भो जी विश्व के पहली महान विभूति थे। आज गुरु महाराज के बताए रास्ते का अनुसरण बिश्नोई समाज के साथ साथ सभी लोग कर रहे है। उन्होंने कहा कि जल, जंगल व जमीन के आपसी सामंजस्य से ही प्रकृति चलती है, जब जब इनका सामंजस्य बिगड़ा तब तब मनुष्य के साथ साथ वन्य जीवों पर प्रकृति की मार पड़ी। सांसद चौटाला ने कहा कि आज संसार का हर व्यक्ति ग्लोबल वार्मिंग से होने वाले खतरों से चिंतित है, परन्तु चिन्तन गुरु जम्भेश्वर महाराज ने तो सैंकड़ों वर्ष पहले ही जनता को इससे आगाह कर दिया था।
1485 में उन्होंने जीव दया पालनी, रूंख लीलड्डो नही घावे का संदेश देते हुए कहा था कि पृथ्वी का अस्तित्व बचाये रखने के लिए जीवों पर दया करो और हरे पेड़ों को मत काटो। बाद में इसी सन्देश का असर था कि पेड़ों की रक्षा के लिए 1730 में 363 बिश्नोईयों ने उनसे चिपककर अपनी जान दे दी। ऐसा उदाहरण पूरे विश्व मे कोई दूसरा नही मिलेगा। युवा सांसद ने बिश्नोई समाज की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि उनके संसदीय क्षेत्र में बिश्नोई समाज के लोग काफी तादाद में है जो आज भी गुरु जाम्भोजी के द्वारा 533 वर्ष पहले बताए गए नियमों का पालन करते है। उन्होंने कहा कि जब वे सांसद चुने जाने के बाद बिश्नोई समाज के सबसे बड़े तीर्थस्थल मुकाम में गए तो समाज के प्रबुद्ध लोगो ने उन्हें जम्भ साहित्य दिया और उसका अध्ययन करने के बाद इस बाबत और भी अतिमहत्वपूर्ण जानकारी मिली जो मानव कल्याण के लिये बहुत जरूरी है। सांसद चौटाला ने जन्माष्टमी की बधाई देते हुए प्रदेश वासियों से सर्व समाज के हित के लिये आपस मे भाईचारा बनाये रखने का आह्वान किया।

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