हिसार

हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का राज्य स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन 14 को : नैन

हिसार,
हरियाणा कर्मचारी महासंघ से सम्बंधित रोडवेज कर्मचारी यूनियन के जिलाध्यक्ष राजपाल नैन ने आज एक बयान जारी कर बताया कि हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा एस्मा के तहत सभी कर्मचारियों के निलम्बन आदेश रद्द करने, दर्ज मुकदमे रद्द करने, 720 प्राइवेट बसों को किलोमीटर स्कीम के तहत ठेके पर लेने का निर्णय रद्द करने की मांग व अन्य मांगों को लेकर 14 सितंबर को सुबह 11 बजे एसकेएस भवन नजदीक सुखपुरा चौक रोहतक में राज्य स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों के आंदोलनों को दबाने के लिए जिस प्रकार से प्रदेश सरकार ने कार्यवाही की है वह ट्रेड यूनियन अधिकारों एवं लोकतंत्र पर सीधे रूप में हमला है, जिसे संघर्ष समिति किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी।
जिला प्रधान राजपाल नैन ने कहा कि रोडवेज की बसें जहां एक ओर जनता को सुरक्षित व सस्ती परिवहन सुविधा उपलब्ध कराती है वहीं दूसरी ओर प्रदेश के खजाने को भरने में भी सहायक होती है। उन्होंने कहा कि निजी बसें यात्रा कर के रूप में प्रति माह प्रति बस 8 हजार से लेकर 12 हजार रुपये जमा कराती हैं ठीक इसके विपरीत रोडवेज की बसें प्रति माह प्रति बस एक महीने में मार्ग पर जितनी राशि रोड़वेज के खजाने में जमा होती है उसका एक चौथाई हिस्सा यात्री कर के रूप में सरकारी खजाने में जमा कराती है, जो निजी बसों के मुकाबले कई गुना ज्यादा होता है।
उन्होंने कहा कि निजी बसों को ठेके पर लेकर चलाने का निर्णय विभाग हित में नहीं है। प्रदेश के सभी डिपूओं में स्टाफ की कमी के कारण सैंकड़ों बसें खड़ी जंग खा रही हैं। यदि सरकार स्टाफ भर्ती कर इन बसों को चला ले तो उसको बसें ठेके पर लेने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बताया कि राज्यस्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में हिसार जिला के रोडवेज कर्मचारी बढ़चढ़ कर भागीदारी करेंगे।

जीवन आधार पत्रिका यानि एक जगह सभी जानकारी..व्यक्तिगत विकास के साथ—साथ पारिवारिक सुरक्षा गारंटी और मासिक आमदनी और नौकरी भी..अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।

Related posts

यज्ञ-हवन विश्व कल्याण ने किया यज्ञ-हवन का आयोजन

Jeewan Aadhar Editor Desk

रोडवेज बस अड्डे से दो बसों की बैटरियां चोरी, पुलिस को दी शिकायत

पूरे दड़ौली गांव की हुई जांच, बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारियों ने डोर—टू—डोर जाकर किया सर्वे