नई दिल्ली,
भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में हजारों की संख्या में किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं। हरिद्वार से आ रहे इन किसानों को दिल्ली में दाखिल होने की इजाजत नहीं दी गई है, बावजूद इसके किसान अपनी जिद पर लड़े हैं। जिसके मद्देनजर दिल्ली-यूपी बॉर्डर को सील कर दिया गया है। साथ ही बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। ऐहतियातन पूर्वी दिल्ली में धारा-144 लागू कर दिया गया है।
कर्जमाफी और बिजली बिल के दाम करने जैसी मांगों को लेकर किसान क्रांति पदयात्रा 23 सितंबर को हरिद्वार से आरंभ हुई थी। जिसके बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और मेरठ जिलों से गुजरते हुए किसान सोमवार (1 अक्टूबर) को गाजियाबाद तक पहुंच गए। जहां इन किसानों को रोक दिया गया।
Why have we been stopped here (at UP-Delhi border)? The rally was proceeding in a disciplined manner. If we don't tell our government about our problems then whom do we tell? Do we go to Pakistan or Bangladesh?: Naresh Tikait, President, Bharatiya Kisan Union pic.twitter.com/J15xmWpZ9G
— ANI (@ANI) October 2, 2018
इन किसानों की योजना गांधी जयंती के मौके पर राजघाट से संसद तक मार्च करने की है। लेकिन दिल्ली पुलिस की तरफ से उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी गई है। साथ ही दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर को सील कर दिया गया है। पुलिस ने बेरिगेटिंग कर दी है। यूपी पुलिस और दिल्ली पुलिस ने दिल्ली की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया है।
गाजियाबाद से दिल्ली में दाखिल होने वाले रास्ते को भी डाइवर्ट किया गया है। साथ ही साथ दिल्ली से कौशाम्बी और वैशाली की तरफ जाने वाले रास्ते को भी डाइवर्ट किया गया।
मुख्यमंत्री से वार्ता रही विफल
हरिद्वार से दिल्ली के लिए भारतीय किसान क्रांति यात्रा सोमवार को साहिबाबाद पहुंच गई। इस दौरान हजारों की संख्या में किसानों ने जीटी रोड को पूरी तरह जाम कर दिया दिल्ली के लिए कूच करने लगे।
जिलाधिकारी और एसएसपी ने करीब एक घंटे तक किसानों को समझाने की कोशिश की लेकिन किसान दिल्ली जाने पर अड़े रहे। देर रात प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के साथ किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली से वापस लौटे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर मुलाकात की।
Farmers gather at Delhi-UP border during 'Kisan Kranti Padyatra' The 'Kisan Kranti Padyatra' has been organized by farmers under the banner of Bharatiya Kisan Union. They're seeking complete loan waiver,lower electricity tariff including other demands pic.twitter.com/JO128ixCFw
— ANI (@ANI) October 2, 2018
मुख्यमंत्री और प्रतिनिधिमंडल के बीच करीब दो घंटे चली वार्ता विफल रही और प्रतिनिधिमंडल के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की मांग पर अड़े रहे जिस पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों से बातचीत की।
इसके बाद भाकियू का एक प्रतिनिधिमंडल गन्ना मंत्री सुरेश राणा के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गया। वहीं इस मामले पर जिलाधिकारी ऋतु माहेश्वरी का कहना है कि भाकियू का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली के लिए रवाना हो गया है जहां वह केंद्रीय मंत्रियों के साथ वार्ता करेगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल जीटी रोड स्थित चार फार्म हाउसों में किसानों के रहने की व्यवस्था की गई है।