फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
हरियाणा के पलवल के बाद अब फतेहाबाद जिले के एक गांव में मस्जिद बनाने के लिए बाहर से पैसे पहुंचाए जाने मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि गांव हसंगा में बाहर के कुछ लोग आए और उन्होंने गांव में रहने वाले एक गरीब मुस्लिम परिवार को उसके रहने वाली पंचायती जगह पर मस्जिद बनाने का प्लान तैयार किया था। सितंबर महीने में फंडिंग के जरिए मस्जिद बनाने का यह मामला तब पंचायत ने पकड़ लिया था क्योंकि जिस जगह पर गरीब मुस्लिम परिवार सालों से रह रहा था वो जगह पंचायती जगह है। इसके बाद बाहर से आए लोग बाचतीत कर मौके से निकल गए।
मामले में चौकान्ने वाली बात ये रही कि पुलिस और प्रशासन को शिकायत के बावजूद बाहर से आए लोगों की ना तो कोई पहचान की गई और ना ही परिवार से ये पूछताछ की गई कि वे बाहर के लोगों के संपर्क में कैसे आए? गांव के सरपंच के अनुसार इस परिवार का युवक कुलदीप खान संदिग्ध गतिविधियों में शामिल है और कई आपराधिक मामलो में पुलिस उसकी तलाश करते हुए अक्सर गांव में आती रहती थी। अब भी बताया जाता है कि उक्त आरोपी युवक किसी मामले मे पंजाब के संगरूर इलाके में पुलिस की गिरफ्त में है। फिलहाल पुलिस ने पलवल के मामले के बाद फतेहाबाद में फंडिंग के जरिए मस्जिद बनाने के मामले की जांच की बात कही है। भूना थाना एसएचओ ने बताया कि ग्रामीणों और संगठनों की शिकायत उच्चाधिकारियों के पास पहुंची है। उच्चाधिकारियों के आदेशों और शिकायत प्राप्त होने पर वह मामले में जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे।
वहीं इस मामले मे फतेहाबाद बजरंग दल के जिला संयोजक विकास ने बताया कि गांव हसंगा में मस्जिद निर्माण को लेकर गहरी फंडिग के मामले की जानकारी उनके द्वारा पुलिस को भी दी गई थी लेकिन पुलिस की तरफ से मामले मे कोई कार्रवाई नही की गई। उन्होंने बताया कि उसके बाद उन्होंने गांव के सरंपच को मामले को लेकर आगाह किया। बाद में सरंपच की ओर से गांव में पंचायत बुलाकर मस्जिद के निर्माण पर रोक लगा दी और गांव में रह रहे मुस्लिम परिवार को गांव छोड़कर चले जाने की बात कही। क्योंकि उक्त परिवार के द्वारा ही बिचौलिए की भूमिका निभाकर बाहरी लोगों को फंडिग के लिए बुलाया गया था। विकास ने कहा कि उन्हें पूरा अंदेशा है कि इसमे टेरर फंडिग होनी थी, क्योंकि जिस गांव में मुस्लिम की संख्या ना के बराबर है उसमें मस्जिद बनाने का कोई औचित्य नहीं रह जाता।