दिल्ली,
इनेलो नेता डा. अजय चौटाला तिहाड़ जेल से पैरोल पर बाहर आ गए है। उन्हें लेने के लिए सांसद दुष्यंत चौटाला स्वयं पहुंचे। अपने आवास पर समर्थकों का हुजूम देखकर अजय चौटाला ने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया और सब ठीक होने का संकेत भी दिया। दुष्यंत और दिग्विजय के भविष्य को लेकर होने वाले फैसले को सुनने के लिए भारी संख्या में समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है।
इस दौरान डा.अजय चौटाला ने कहा कि हम न सत्ता के लोभी है और न ही स्वार्थी। हम चाहते है कि पहले आपका सम्मान हो बाद में हमारे कार्यकर्ताओं का। साथ ही अभय द्वारा कार्यकर्ताओं को पेड कांग्रेसी कहने पर अजय चौटाला भड़क उठे। उन्होंने कहा कि इनेलो किसी को बपौती नहीं है। साथ ही कहा कि मैं लोगों से मिलूंगा और उनसे पूछूगा कि वो क्या चाहते है। अभय ने कहा कि लोग जो हमारे लिए यहां आए है— जिसमें अनूप धानक, फौगाट, लौहान, बांगड़, पूर्व रमेश खटक, पदम दहिया, निशान सिंह, अलावलपुर से डा. देवेंद्र पूर्व विधायक.. ये सब कांग्रेसी हैं क्या ?
उन्होंने कहा कि मैं इनेलो का संस्थापक हूं और मेरे होते हुए इसे कोई भंग नहीं कर सकता। साथ ही उन्होंने संकेत देते हुए कहा कि दुष्यंत-दिग्विजय अपनी अलग पार्टी नहीं बनाएंगे। अब 17 नवंबर को जींद में दुष्यंत व दिग्विजय का भविष्य तय किया जाएगा। डा.अजय चौटाला ने कहा कि वो कल 10 बजे झज्जर, 11 बजे दादरी, 12 बजे भिवानी, 2 बजे हांसी, 3 बजे हिसार पहुंचेगे और लोगों को संबोधित करेंगे। उनसे राय लेंगे। उन्होंने कहा कि चौटाला साहब ही कहते है कि अधिकार मांगने से नहीं मिलते छीनने पड़ते है। अब हम वहीं करेंगे। हम उन्हें मजबूर कर देंगे कि वो खुद कहेंगे कि आवो दुष्यंत, पार्टी में शामिल हो जाओ।